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लूणकरनसर तहसील के ग्राम नाथवाणा पटवार हल्का के चक एक बीएचएम व 3 बीएचएम में खरीफ फसलों की गिरदावरी सर्वे अकाल के बावजूद रेकॉर्ड में जमाना दर्शाने के विरोध को लेकर दर्जनों ग्रामीणों ने विरोध जताया। इस मुद्दे को लेकर सोमवार को ग्रामीणों के प्रतिनिधिमण्डल ने पूर्व मंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल व उपखण्ड अधिकारी अशोक कुमार रिणवां को ज्ञापन देकर ग्रामीणों को अकाल राहत का मुआवजा दिलवाने का आग्रह किया।

पंचायत समिति सदस्य महेन्द्र सारस्वत व कपूरीसर सरपंच मनीषा सारस्वत के नेतृत्व में पूर्व मंत्री बेनीवाल से मिले ग्रामीणों ने अवगत करवाया कि चक एक बीएचएम व तीन बीएचएम में खरीफ-2021 में बरसात के अभाव में अकाल की स्थिति थी लेकिन नाथवाणा पटवार हल्का के पटवारी ने बिना मौके पर गए कागजी खानापूर्ति करके जमाना दर्शाकर किसानों को मुआवजे से वंचित कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि चक एक बीएचएम व तीन बीएचएम पास के ही चक 4 बीएचएम व 4 बीएचडी के आस-पास है। इसमें चक 4 बीएचएम मोखमपुरा पटवार हल्का व 4 बीएचडी भाडेरां पटवार हल्का के क्षेत्र में है। चक एक बीएचएम व तीन बीएचएम की कृषि भूमि चक 4 बीएचएम व 4 बीएचडी के आस- पास है। इन चकों में पटवारियों द्वारा खराबे का गिरदावरी में सही तरीके से सर्वे दिखाया गया है। जबकि नाथवाणा हल्के के पटवारी द्वारा लापरवाही से सूखे के बावजूद जमाना दर्शा दिया गया है। ऐसी स्थिति में दोनों चकों को आस-पास के इलाके के हिसाब से दुबारा सर्वे करवाया जाए। इस मौके पर प्रतिनिधिमण्डल में चन्द्रपाल सियाग, भगवानाराम गोदारा, रामस्वरूप पूनिया, सन्तदास स्वामी, दुर्गाराम, सुखदेवसिंह, उदयपाल, श्यामदास स्वामी समेत कई लोग मौजूद रहे।

दोनों चकों का पटवार हल्का बदला जाए

किसानों के प्रतिनिधिमण्डल ने चक एक बीएचएम व तीन बीएचएम के पटवार हल्का बदलने की मांग पर पर्व मंत्री बेनीवाल को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान में दोनों चक नाथवाणा पटवार हल्का में है तथा पटवार मुख्यालय से 15 से 20 किलोमीटर दूर है। इन दोनों चक को भाडेरां या पीपेरां पटवार हल्का में शामिल किया जाए। इन पटवार हल्का से दोनों चकों की दूरी मात्र तीन किलोमीटर है। ऐसी स्थिति में पटवारी के गिरदवारी सर्वे करने या अन्य किसी कार्य के लिए पटवारी के भी मौके पर पहुंचने में आसानी रहेगी।

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