
छत्तरगढ़,बीकानेर,वार्ड नंबर 3 में सोलर कंपनियों द्वारा बनाई गई ग्रामीण डॉक्यूमेंट्री उस समय हंगामे का कारण बन गई, जब कंपनी के लोगों ने बड़ के पेड़ के नीचे ग्रामीणों को बिठाकर वीडियो शूट करना चाहा। ग्रामीणों ने इसे कंपनी की दिखावेबाज़ी बताते हुए कड़ा विरोध जताया।
ग्रामीणों ने बताया कि—
“हजारों हरे पेड़ों का सफाया करने वाली यही कंपनियां अब पर्यावरण प्रेम दिखाने का नाटक कर रही हैं। पैसे के लालच में पूरे क्षेत्र का पर्यावरण संतुलन बिगाड़ दिया, और अब डॉक्यूमेंट्री बनाकर अपनी छवि सुधारना चाहती हैं।”
वीडियो शूट के दौरान महिंदर सोलर और कंपनी से जुड़े ठेकेदार भी ग्रामीणों के लिए मज़ाक का पात्र बने। ग्रामीणों ने कहा कि कंपनियों ने अब तक पेड़ों का इतना नुकसान किया है कि पूरे इलाके का तापमान और जल संतुलन प्रभावित हो चुका है।
ग्रामीणों ने साफ शब्दों में कहा—
“कंपनी के लोग बेशर्म बनकर आए हैं। हजारों पेड़ काटने के बाद अब संवेदनशील दिखने का ढोंग कर रहे हैं। हम इनके इस नाटक का हिस्सा नहीं बनेंगे।”
ग्रामीणों की नाराज़गी इतनी अधिक थी कि कई लोगों ने वीडियो शूट तक रुकने से इंकार कर दिया।












