












बीकानेर,स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो राजेन्द्र बाबू दुबे श्रीगंगानगर कृषि अनुसंधान केन्द्र के दो दिवसीय दौरे पर रहे। उन्होंने कृषि अनुसंधान केन्द्र, श्रीगंगानगर में सरसों, चना, गेहूँ, गन्ना, बागवानी के उन्नयन हेतु चल रही विभिन्न अनुसंधान परियोजनाओं का अवलोकन कर इन्हें प्रभावशाली बनाने के लिए वैज्ञानिकों को निर्देश दिए। डॉ० दुबे ने चना अनुसंधान परियोजना के तहत विकसित चने की किस्मों जैसे जी.एन.जी. 2461 (मूमल), जी.एन.जी. 2261 (केशव), जी.एन.जी. 1581 (गणगौर) की सराहना की । उन्होंने कहा कि इन किस्मों के विकास से विश्वविद्यालय राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनी है। इनकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए।कुलगुरु ने केन्द्र के वैज्ञानिकों, मंत्रालयिक व तकनीकी कर्मचारियों से मुलाकात कर उन्हें और निष्ठा से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। कुलगुरु ने केन्द्र पर बीज उत्पादन कार्यकमों की समीक्षा करते हुए कहा कि फसलों के क्षमता अनुरूप गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन बढाकर अधिक से अधिक राजस्व सृजन की दिशा में कार्य करें। कुलगुरु ने केन्द्र की बागवानी परियोजना की नर्सरी का अवलोकन किया। उन्होंने कृषि महाविद्यालय, श्रीगंगानगर की शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी ली तथा विधार्थियो से संवाद किया। इस दौरान निदेशक अनुसंधान डॉ० विजय प्रकाश क्षेत्रीय निदेशक अनुसधान डॉ० एन. के. शर्मा , डॉ० बी.एस. मीणा, डॉ० सीमा चावला, डॉ० एल. के. जैन, डॉ० प्रदीप कुमार, डॉ० रघुवीर सिंह मीणा, डॉ० हरजिन्द्र सिंह उपस्थित रहे ।
