Trending Now












बीकानेर, वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने मंगलवार को जयपुर प्रवास के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात कर विश्वविद्यालय की उपलब्धियों एवं भविष्य की कार्ययोजनाओं पर विस्तृत चर्चा की। कुलपति प्रो. गर्ग ने पशुपालन विभाग की शासन सचिव आरूषी मलिक से भेंट कर विश्वविद्यालय द्वारा कीे जा रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी एवं भविष्य की कार्ययोजनाओं से अवगत किया। पशुपालन विभाग की शासन सचिव ने विश्वविद्यालय को प्रशासनिक स्तर पर हर संभव सहयोग के लिए आश्वस्त किया। कुलपति प्रो. गर्ग ने आयुक्त कृषि एवं उद्यानिकी डॉ. ओमप्रकाश से मुलाकात कर विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत किये गये कार्यों से अवगत करवाया। कृषि आयुक्त ने वेटरनरी विश्वविद्यालय द्वारा डेयरी एवं खाद्य प्रसंस्करण, बकरी के दूध पर शोध कार्य, राजस्थान में आर.के.वी.वाई. के तहत मुर्गीपालन को बढ़ावा देने एवं राजुवास के पीजीआईवीईआर की उन्नत दुग्ध परीक्षण व अनुसंधान प्रयोगशाला द्वारा तैयार दुग्ध गुणवत्ता तकनीक को आमजन तक पहुंचाने की मंशा जाहिर की। कुलपति प्रो. गर्ग ने बीकानेर स्थित पशुचिकित्सा संकुल को अत्याधुनिक चिकित्सालय के रूप में विकसित करने हेतु प्रस्ताव रखा, जिसे कृषि आयुक्त ने प्रोजेक्ट के तहत सुद्दढ़ीकरण हेतु सुझाव दिया। कुलपति प्रो. गर्ग ने वित्त विभाग की संयुक्त शासन सचिव हेमपुष्पा शर्मा से मुलाकात कर माननीय मुख्यमंत्री द्वारा बजट घोषणा 2021 में वेटरनरी विश्वविद्यालय के संघटक महाविद्यालयों के रूप में खोले गये डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बस्सी, जयपुर एवं डेयरी सांइस एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, बीकानेर को इसी शैक्षणिक वर्ष में शुरू करने का आश्वस्त किया तथा पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, नावां, नागौर के लिए समयबद्ध तरीके से कार्य की योजना पर चर्चा की। जोधपुर में खोले जा रहे वेटरनरी महाविद्यालय के लिए अतिरिक्त बजट का आग्रह किया एवं विश्वविद्यालय के इंटर्नशिप विद्यार्थियों का भत्ता बढ़ाने के हेतु अनुरोध किया। शिष्टाचार भेंट दौरान कुलपति प्रो. गर्ग ने पशुपालन विभाग के संयुक्त शासन सचिव लक्ष्मीकांत बालोत, आर.सी.डी.एफ. के मैनेजिंग डायरेक्टर कन्हैयालाल स्वामी, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के नोडल ऑफिसर के.सी. मीना, गोपालन विभाग के निदेशक डॉ. लाल सिंह एवं अन्य अधिकारियों से मुलाकात की। शिष्टाचार भेंट के दौरान पीजीआईवीईआर, जयपुर के प्रो. धर्मसिंह मीना एवं विश्वविद्यालय के संपर्क अधिकारी डॉ. गोविन्द सहाय गौतम मौजूद रहे।

Author