- बीकानेर, वेटरनरी विश्वविद्यालय में फील्ड वेटनेरियन एवं पशु चिकित्सकों के लिए सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम के तहत “वन्यजीव देखभाल एवं प्रबंधन“ विषय पर वन्यजीव प्रबंधन एवं स्वास्थ्य अध्ययन केन्द्र, राजुवास द्वारा सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम हाईब्रिड मोड पर आयोजन किया गया। प्रशिक्षण के प्रायोगिक सत्र में कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने मंगलवार को प्रशिक्षण के प्रायोगिक मैनुअल एवं व्याख्यानों के संकलन के ई-कम्पेडियम का विमोचन किया। कुलपति प्रो. गर्ग ने प्रशिक्षार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि वन्यजीव जैव विविधता का अहम हिस्सा है अतः उनके संरक्षण हेतु इस प्रकार के कौशल प्रशिक्षणों की नितांत आवश्यकता है। ये प्रशिक्षण प्रशिक्षणार्थियों के न केवल ज्ञान एवं कौशल विकास में सहायक है अपितु उनके फील्ड में वन्यजीवों के इलाज एवं प्रबंधन संबंधित आने वाली समस्याओं के निराकरण हेतु भी सहायक है। पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. साकार पालेचा ने बताया कि देश के अलग-अलग राज्यों से 24 प्रशिक्षार्थियों ने इस प्रशिक्षण में भाग लिया एवं 120 घंटे के इस पाठ्यक्रम में वन्यजीव विशेषज्ञों द्वारा कुल 40 व्याख्यान प्रस्तुत किये गए। सात दिवसीय प्रायोगिक प्रशिक्षण सत्र में प्रशिक्षार्थियों को फील्ड भ्रमण एवं कौशल टेªनिंग प्रदान की जाएगी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में निदेशक अनुसंधान प्रो. हेमन्त दाधीच, डॉ. श्रवण सिंह राठौड़ एवं डॉ. महेन्द्र तंवर उपस्थित रहे।
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