









बीकानेर, राजस्थान पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर के सर्जरी एवं रेडियोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय आर्थोपेडिक ट्रेनिंग बुधवार को संपन्न हुई। ट्रेनिंग के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि प्रो. टी.के. गहलोत शामिल हुए व सभी प्रतिभागियों से ट्रेनिंग के विषय पर चर्चा कि व उनका उत्साह बढ़ाया। महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. हेमंत दाधीच ने सभी आयोजनों व प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी। ट्रेनिंग में नेपाल सहित भारत के अन्य आठ राज्य पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, गुजरात, पंजाब, हरियाणा व राजस्थान के 21 पशुचिकित्सकों ने हिस्सा लिया। ट्रेनिंग में बड़े पशुओं में हड्डियों, जोड़ो, टेंडन व मांसपेशियों में होने वाले विभिन्न विकारों के क्लिनिकल व एक्स-रे द्वारा निदान एवं सर्जरी द्वारा विभिन्न उपचार व फ्रेक्चर में उपयोग में आने वाली विभिन्न सर्जिकल तकनीक बोन प्लेटिंग, के-नेलिंग, इंटरलाकिंग नेलिंग, इंटरामेडुलेरी पिनिंग, वाइरिंग व फ्रेक्चर को बाहरी सर्पोट से स्थिर करने के लिए उपयोग में होने वाली वॉकर स्पलिंट, हैंगिग पिन कास्ट, प्लास्टर और फाइबर ग्लास उपयोग ट्रेनिंग के दौरान करके सिखाया गया। इसके अतिरिक्त इन पशुओं में विभिन्न ऑर्थोपेडिक स्थितियों में दिये जाने वाले लोकल एवं जनरल एनस्थिस्या विधियों के बारे में भी बताया गया। सभी प्रतिभागी पशु चिकित्सकों ने ट्रेनिंग के दौरान बताया गई विभिन्न विधियों को उनके कार्यक्षेत्र में बहुत ही उपयोगी बताया व भविष्य में भी ऐसे ही अन्य विषयों पर ट्रेनिंग आयोजित करने की जरूरत बताई। ट्रेनिंग के दौरान विभिन्न विधियों की कार्यप्रणाली के उपयोग के बारे में डॉ. प्रवीण बिश्नोई, डॉ. साकार पालेचा, डॉ. पंकज कुमार थानवी, डॉ. अशोक डांगी, डॉ. अनिल कुमार बिश्नोई, डॉ. महेंद्र तंवर व डॉ. रूचि पटवा द्वारा बताया गया। ट्रेनिंग के समापन पर सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किये गये।
