बीकानेर,एनपीए की मांग को लेकर जिले के समस्त पशु चिकित्सकों का धरना शनिवार को लगातार छठे दिन भी जारी रहा।
एनपीए संघर्ष समिति के संचालक डॉ ओम प्रकाश परिहार ने बताया कि जिले की पशु चिकित्सा व्यवस्था ठप होने एवं पोस्टमार्टम कार्य नहीं होने के कारण पशुपालक परेशान हो रहे हैं। इसके अतिरिक्त कामधेनु बीमा योजना व गोपालन अनुदान कार्य का बहिष्कार होने के कारण गौशाला संचालकों में भी असंतोष हैं।धरना स्थल पर डॉ गुलजार, डॉ गजेन्द्र, डॉ अशोक गहलोत, डॉ रितु शर्मा, डॉ राखी वर्मा, डॉ पुष्पा, डॉ मिनाली, डॉ मनीष, डाॅ. जफर, डॉ दिनु खान व अन्य पशु चिकित्सकों ने उपस्थित होकर विरोध जताया।
राजस्थान सरकार पशु क्रूरता समिति के सदस्य बलदेव दास भादानी एवं अन्य पशुपालकों ने उपस्थित होकर पशु चिकित्सकों की मांग के समर्थन में सरकार से अनुरोध किया हैं कि पशु चिकित्सकों की मांग को जल्द मानी जाए, जिससे गौशालाओ के अनुदान का कार्य प्रगति पर हो और गोवंश को बचाया जा सके।
सम्भागीय उपाध्यक्ष डॉ कमल व्यास ने बताया कि छठे, सातवे वेतन आयोग की सिफारिश के बावजूद भी पशु चिकित्सकों के साथ अन्याय किया जा रहा हैं।
लूणकरणसर ब्लाॅक से डाॅ. राजेश पारीक ने बताया की इस संबंध में गत दिवसों में शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भी दिया गया था। एनपीए की मांग पूरी नहीं होने के कारण पशु चिकित्सको को हडताल पर जाना पडा और इससे बीमार पशुधन के चिकित्सा संबंधी कार्य भी चरमराया हुआ है।