बीकानेर,इतिहास प्रसिद्ध राजस्थान की हल्दीघाटी युद्ध के परम योद्धा वीर रामशाह तंवर का शौर्य दिवस बीकानेर के शक्ति डाइनिंग होटल में बड़ी धूमधाम से मनाया गया । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नरेंद्र सिंह तंवर ने वीर रामशाह तंवर के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हल्दीघाटी युद्ध में वीर रामशाह तंवर, महाराणा प्रताप की विजय के महानायक थे जिन्होंने अपनी तीनों पीढ़ियों के साथ बलिदान देखकर अपने अद्भुत शौर्य का प्रदर्शन किया। वह मूलतः ग्वालियर के शासक थे , बाद में मेवाड़ में प्रस्थान किया जहां महाराणा प्रताप द्वारा उन्हें अपना प्रधान सेनापति नियुक्त किया गया। इसी क्रम में क्षत्रिय युवक संघ के संभाग प्रमुख रेंवत सिंह जाखासर ने अपने संबोधन में कहा क्षत्रिय समाज का इतिहास बड़ा जाज्वलयमान रहा है , ऐसे अनगिनत महापुरुषों का जन्म हुआ जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना जीवन समर्पित किया यही क्षात्र धर्म है , इसी धर्म का शिक्षण प्रदान करने के लिए क्षत्रिय युवक संघ की स्थापना पूज्य श्री तन सिंह जी ने की थी , ऐसे कार्यक्रमों के समय-समय पर आयोजन से हमारे महापुरुषों एवं इष्टों के प्रति श्रद्धा में प्रगति होती है , जिससे हमें प्रेरणा मिलती है कि हम राष्ट्र एवं समाज के लिए सदैव बलिदान हेतु तैयार रहना चाहिए। भगवान सिंह तंवर ने ऐतिहासिक तथ्यों पर भी प्रकाश डालते हुए बताया कि कहीं भी ऐसे तथ्य नहीं मिलते जिसमें हल्दीघाटी में महाराणा प्रताप की हार का वर्णन हो , सभी मुख्य इतिहासकार महाराणा प्रताप की विजय के ही प्रमाण उपलब्ध कराते नजर आते हैं। कार्यक्रम का संचालन नवीन सिंह तंवर किया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अखिलेश प्रताप सिंह ऐसे कार्यक्रमों की समाज में महत्वत्ता के बारे में प्रकाश डालते हुए बताया कि वीर महापुरुषों के पुण्य स्मरण से हमें हमारे जीवन को दिशा मिलती है और हम राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित होने की प्रबल भावना का निर्माण होता है। कार्यक्रम में सुरेंद्र सिंह तंवर , जितेंद्र सिंह बीका ,शिवराज सिंह , वासुदेव सिंह , दिग्विजय सिंह सहित गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
शक्ति सिंह दाऊदसर ने सभी पधारे हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।