बीकानेर,पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे आज सालासर धाम में अपना जन्मदिन मना रही हैं.
सालासर धाम चूरू जिले में स्थित है. सवाल यह है कि राजे ने अपना जन्मदिन मनाने के लिए चूरू को ही क्यों चुना. आखिर वो चूरू से क्या संदेश देना चाहती हैं.इस वजह से चूरू अचानक से राजस्थान की राजनीति की चर्चा के केंद्र में आ गया है. चूरू से ही बीजेपी अध्यक्ष और उप नेता प्रतिपक्ष का भी संबंध है. इनके सबके पीछे कई बातें निकलकर सामने आ रही हैं.सालासर बालाजी से सीकर, झुंझुन और चूरू के साथ नागौर की दूरी बराबर ही है. चूरू,सीकर और झुंझुनूं ये सभी जिले शेखावटी में आते हैं.नागौर को भी सालासर से ही साधने का प्रयास किया जा रहा है.बीजेपी को 2018 के विधानसभा चुनाव में शेखावटी क्षेत्र में बड़ा नुकसान हुआ था.उस लिहाज से देखा जाए तो यह चीजों को मजबूत करने का प्रयास भी हो सकता है.
क्या है वसुंधरा राजे का कार्यक्रम
सुबह 8:30 से 11:00 तक सालासर मंदिर में पूजा अर्चना होगी.उसके बाद 11:30-4:00 बजे तक अभिनंदन सभा का आयोजन होगा. इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है.बड़े पांडाल भी बना दिए गए हैं.ठीक उसके बाद शाम पांच बजे फाग महोत्सव का आयोजन होगा.इसके पूरी रुप रेखा कई दिनों से तय की जा रही है.
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भले ही चूरू के सालासर में अपना जन्मदिन मना रही हैं लेकिन पूरे शेखावटी को शेखावटी से संदेश देना चाहती है.भले ही 2018 में इन क्षेत्रों के लोगों ने बीजेपी को वोट कम दिया हो.सीटें कम आई हों लेकिन राजे शेखावटी में अपना जन्मदिन मनाकर उन्हें अपना मानकर अपनत्व का संदेश देने की तैयारी में हैं. शेखावटी में विधानसभा की लगभग 21 सीटें हैं. इन सभी सीटों पर बीजेपी पहले से बहुत मेहनत कर रही है.ऐसे में राजे का यह जन्मदिन का कार्यक्रम बहुत कुछ कह रहा है.
बीकानेर के बाद अब सालासर
राजे ने पिछले दिनों बीकानेर में एक बड़ी जनसभा को संबोधित किया था.वहां के बाद से राजे ने कोई बड़ा आयोजन नहीं किया है.शेखावटी के सालासर से पूरे राजस्थान तक संदेश देने की ये तैयारी है. सालासर में बड़ी संख्या में लोगों को लाने के लिए बसें लगाई गई हैं.पिछले कई दिनों से राजे के समर्थक नेता और विधायक-सांसद डेरा डाले हुए हैं.कोई कमी न रह जाए इसके लिए सभी तैयारियां बारीकी से की गई हैं.पांडाल को पोस्टर और बैनर से सजा दिया गया है.