









बीकानेर,राजस्थान सरकार, कला–साहित्य–संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग द्वारा जारी परिपत्र के अनुसार राष्ट्रगीत वंदे मातरम्के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पूरे प्रदेश के महाविद्यालयों में विशेष गतिविधियाँ आयोजित करवाने के निर्देश दिए गए। इसी क्रम में राजकीय डूँगर महाविद्यालय, बीकानेर में भी विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ.राजेंद्र कुमार पुरोहित ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि वंदे मातरम् केवल राष्ट्रगीत नहीं,बल्कि भारतीय स्वाभिमान और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक है ” उन्होंने स्वदेशी आंदोलन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह गीत भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में जन-जन की प्रेरणा रहा है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि वे स्वदेशी को बढ़ावा दें, स्थानीय उत्पादों को अपनाएँ तथा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान दें।
कार्यक्रम का समन्वयन जिला एनएसएस समन्वयक डॉ. घनश्याम बीठू के निर्देशन में किया गया। उन्होंने कहा कि ‘वंदे मातरम्’ राष्ट्रीय एकता, गौरव और सांस्कृतिक मूल्यों का संवाहक है, और युवा पीढ़ी को इसके ऐतिहासिक महत्व से अवगत होना चाहिए।
महाविद्यालय की एनएसएस इकाई के कार्यक्रम अधिकारियों — प्रकाश गर्ग, डॉ. रविकांत व्यास एवं डॉ. पूजा कस्वाँ — ने संयुक्त रूप से वंदेमातरम् @150 थीम पर विभिन्न गतिविधियाँ संचालित कीं, जिनमें —
• राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम्’ का सामूहिक गायन
• पोस्टर निर्माण गतिविधि
• राष्ट्रगीत के इतिहास एवं स्वदेशी आंदोलन पर प्रस्तुतीकरण
• छात्र-छात्राओं द्वारा देशभक्ति सांस्कृतिक अभिव्यक्ति
छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर राष्ट्रगीत के प्रति अपनी श्रद्धा एवं देशप्रेम की भावना व्यक्त की। कार्यक्रम की संपूर्ण रिपोर्ट, फोटो एवं वीडियो राज्य सरकार के निर्देशानुसार पोर्टल पर अपलोड करने हेतु संकलित की गई।
