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बीकानेर। पुलिस अब युवाओं और अभिभावकों को कानून का पाठ पढ़ाएगी। युवाओं को अनुशासन में रहने के साथ-साथ कानून का सम्मान करने, सामाजिक और रचनात्मक कार्यों के लिए प्रेरित करेगी। बीकानेर पुलिस इस तरह का यह पहली बार नवाचार करने जा रही है। शहर, गांव से ढाणी तक पुलिस युवाओं की टीम तैयार करेंगी जो गांवों में साथी युवाओं को कानून के बारे में जागरूक करेगी। युवाओं को जागरूक करने के लिए पुलिस बकायदा शहर, गांव व ढाणियों, स्कूल-कॉलेजों, शिक्षण संस्थानों में शिविर लगाएंगी। शिविरों में पुलिस अधिकारी युवाओं की क्लास लेंगे। पुलिस अधीक्षक योगेश यादव के इस विजन को अमलीजामा पहनाने के लिए १७ पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों की एक टीम जुटी हुई है। फरवरी माह के पहले सप्ताह में यह योजना लागू कर दी जाएगी।

एएसपी सिटी व ग्रामीण करेंगे मॉनिटरिंग

गांव-गांव जागरूकता अभियान चलाने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर व ग्रामीण मॉनिटरिंग करेंगे। जिले के सर्किल ऑफिसर अभियान के प्रभारी होंगे। संबंधित थानाधिकारी एवं स्टाफ पंचायत में शिविर लगाकर कानून के बारे में जानकारी देंगे। मुख्य रूप से पुलिस मित्र व सखी योजना में काम करने वाले सहयोग करेंगे। पुलिस मित्र गांवों-ढाणियों में, थानाधकारी तहसील मुख्यालयों पर, सखी व शहरी थानाधिकारी मोहल्लों में कार्यक्रम आयोजित करेंगे। जिले के 27 थानों, 43 पुलिस चौकियों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलेगा।

इसलिए पड़ रही जरूरत

वर्तमान समय में कई युवा आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाए गए, जिनके बारे में पुलिस ने गहराई से जांच-पड़ताल की तो सामने आया कि उन्हें अच्छे-बुरे का ज्ञान ही नहीं था। वह जानते ही नहीं थे यह कानूनन गलत है या नहीं। अनजाने में अपराध कर बैठे। परिवार के लोग भी युवा बच्चों पर ध्यान नहीं देते। मोबाइल का उपयोग, गलत संगति और बदलता व्यवहार युवाओं को अपराध में धकेल रहा है।

यह देंगे जानकारी

युवा सोशल मीडिया का उपयोग किस लेवल पर कर रहे हैं
युवा वर्ग की हर गतिविधि पर अभिभावक रखें नजर
युवाओं के फ्रेंड सर्किल में कौन-कौन और किस प्रवृति हैं शामिल
बालिकाओं को गुड-टच, बैड टच के बारे में बताएंगे
साइबर अपराध किस-किस तरह और कैसे-कैसे होते हैं का ज्ञान देंगे
युवाओं को कानून का सम्मान करने के लिए प्रेरित करेंगे
आपराधिक व संदिग्ध गतिविधि के बारे में पुलिस को अवगत कराएंगे
महिलाओं व पुलिस का सम्मान करने के लिए करेंगे जागरूक
नशा, जुआ-सट्टा से युवाओं का बचाव का प्रयास
अभिभावक युवाओं से उनके तनाव की वजह जानने की कोशिश करें

आमजन को कानून के प्रति जागरूक करने से ही अपराधों में कमी आएगी। सख्ती और डर से कुछ समय तक अपराध रुक सकते हैं लेकिन जागरूकता स्थायी हल है। बीकानेर जिले में यह नवाचार पुलिस मित्र व सखी योजना के सहयोग से किया जा रहा है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम बनाई गई है। शहर, गांव से ढाणी तक शिविर लगाकर युवाओं व अभिभावकों को जागरूक किया जाएगा।
योगेश यादव, पुलिस अधीक्षक

पुलिस विषय के जनता से व्यवहार करना

चौक चौराहों पर आमजन से तथा थानों में परिवादी यों के साथ पुलिस कर्मियों के व्यवहार को लेकर अक्सर शिकायतें आती रहती है पुलिस कप्तान की युवाओं को जागरूकता करने की पहल सराहनीय है इसके साथ ही पुलिसकर्मियों को आमजन से व्यवहार का पाठ पढ़ाने की शुरुआत भी की जानी चाहिए आमजन से लगातार वास्ता पढ़ने वाले यातायात पुलिसकर्मियों के लिए ऐसे रिफरेंस को संयोजित करने की जरूरत है पुलिस थानों में स्वागत कक्ष की व्यवस्था भी शुरू  कि गई थी जो धीरे-धीरे जरा सही हो गई इसे पुन शुरू कर थाने में आने वालों की बात सुनने और कानून सम्मत कार्रवाई के लिए काम करने की व्यवस्था बनानी चाहिए।

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