बीकानेर,अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत की कोर कमेटी की बैठक महासंघ प्रमुख महेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आज जयपुर में हुई।
यह जानकारी देते हुए महासंघ के प्रदेश प्रवक्ता पुरूषोतम कुम्भज ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से कर्मचारीयों की कुछ मांगे बजट में गहलोत सरकार ने पूरी की है, जिनमें निगम बोर्ड आदि के कर्मचारीयों को पूरानी पेंशन देने, ठेका प्रथा की समाप्ति , एसीपी परीलाभ में पदोन्नति का पे स्केल दिया जाना, वर्क चार्ज कार्मिकों की पदोन्नति, पेंशन सेवा अवधि की गणना 25 वर्ष करने आदि मांगे पूर्ण होने पर मुख्यमंत्री महोदय को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
*लेकिन कर्मचारियों की कुछ मांगो के अधूरे रह जानें के कारण महासंघ ने संघर्ष करने का निर्णय लिया। जिनमें खेमराज कमेटी की वेतन विसंगति रिपोर्ट सार्वजनिक करने तथा केंद्र के समान कार्मिकों के वेतन भत्तों में वृद्धि तथा 7 ,14, 21, 28 वर्ष पर चार एसीपी देने, मंत्रालयिक कार्मिको को सचिवालय पैटर्न पर वेतन, पेंशन परिलाभ के लिए सेवा काल 20 वर्ष करने तथा संविदा सेवा से नियमित हुए कार्मिकों की पेंशन के लिए संविदा सेवा कि गणना करना, वर्ष 2008 मे नियुक्त विधवा/परित्यकता महिला शिक्षकों मिल रहे कुल 4200/- रूपये में बढ़ोतरी, विशेष शिक्षा का कैडर बनाया जाए, शिक्षा/संस्कृत शिक्षा/प्रबोधक की पदोन्नति में विसंगति के नियमों की समीक्षा करना, ग्रामीण सेवा हेतु ग्रामीण कार्मिकों को ग्रामीण भत्ता ,नर्सिंग छात्रों के स्टाइपेंड में वृद्धि के साथ सभी राजकीय नर्सिंग संस्थानों मे स्टाइपेड़ शुरू करना , विभिन्न कर्मचारियों के पद नाम परिवर्तन तथा कर्मचारी कल्याण बोर्ड के साथ स्वतंत्र नर्सिंग निदेशालय की स्थापना आदि मांगो पर बजट मे चर्चा नही करना दुर्भाग्य पूर्ण है। इसलिए महासंघ ने यह निर्णय लिया है कि वह सरकार से मांगों को पूरा करने हेतु 20 फरवरी को जयपुर में प्रदर्शन तथा मशाल जुलूस निकालने का निर्णय लिया*।
*महासंघ की कोर कमेटी की बैठक में महासंघ संरक्षक सियाराम शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र राणा, प्रदेश महामंत्री विपिन प्रकाश शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह सहित विकास शर्मा ,कैलाश शर्मा , राजेश कटारा, पुरुषोत्तम कुंभज, कवि अहमद, ज़हीर अहमद, गोवर्धन सिंह आदि सहित सभी संघों के पदाधिकारी सम्मिलित हुए और सभी ने साझा संघर्ष करने हेतु महासंघ के निर्णय का स्वागत किया।*