बीकानेर,भारतीय संस्कृति एवम् सनातन सार्वभोम् महासभा की ओर से भारतीय संस्कृति एवम् सनातन जागृति महा अभियान के अंतर्गत पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच की अगुवाई में आहूत हो रहे 42 वे पूजन अनुष्ठान के दिव्य व विशेष अनुष्ठान लगातार जारी है श्रीराम जानकी विवाहोत्सव 6 दिसंबर 2024 को 108 मंदिरों में पूजन के दिव्य व विशेष अनुष्ठान बीकानेर सहित राजधानी जयपुर के 108 मंदिरों में हुवे पूजन अनुष्ठान के दिव्य व विशेष अनुष्ठान मंदिर के पुजारियों के विशेष सहयोग से स्थानीय सनातन भक्तों की सहभागिता में संपन्न हुवे इसमें पुजारी राजनारायण शर्मा पुजारी कमल शर्मा शास्त्री गिरिराज शर्मा ओम प्रकाश उपाध्याय
जयपुर में पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच ने कांतिनगर स्थित हनुमान मंदिर , बनिपार्क स्थित राम मंदिर , एम आई रोड के महादेव मंदिर स्थित राम मंदिर स्टेशन रोड स्थित हनुमान मंदिर सी स्कीम अशोक नगर थाने के पास स्थित राम मंदिर में श्री राम जानकी का पूजन करके वरमाला रूप में पुष्प माला चढ़ाई जा करके भोग अर्पित किए गए तथा प्रसाद उपस्थित सनातन भक्तों को सवा लाख मन्त्रों से अभिमंत्रित रामदरबार की दिव्य व विशेष तस्वीर के साथ वितरित किया गया
प्रवीण दाधीच ने बताया कि बीकानेर के विभिन्न मंदिरों के साथ मुख्य अनुष्ठान धनीनाथ गिरीमठ पंच मंदिर कोटगेट बीकानेर के प्रांगण में हुवा राम जानकी का पूजन नर्बादा के स्वामी श्री रामानन्द जी महाराज पुजारी शिवशंकर सेवग भवानी सेवग वेद शास्त्री पंडित प्रकाश शर्मा रजत दाधीच आदि ने वैदिक मंत्रोचार से पूजन करके वरमाला के रूप में पुष्पों का गजरा पहनाते हुवे विशेष शृंगार कर भोग अर्पित किया गया गया जिसका वितरण सभी भक्तों को अभिमंत्रित तस्वीरो के साथ हुवा
श्री राम जानकी विवाहोत्सव पर पूजन अनुष्ठान पूजन अनुष्ठान के साधक पंडित योगेन्द्र कुमार दाधीच (राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय संस्कृति एवम् सनातन सार्वभोम् महासभा , राष्ट्रीय संयोजक श्री विप्र महासभा राष्ट्रीय महामंत्री ब्राह्मण अंतरराष्ट्रीय संगठन अध्यक्ष दिव्य शिव शक्ति पीठ ) की अगुवाई में हुवे
प्रभारी शंकर लाल जोशी ने बताया कि प दाधीच के 42 वे पूजन अनुष्ठान में चातुर्मास पूजन के अनुष्ठान विशेष रहे विभिन्न देवचित्रों की तस्वीरो को दिव्य व विशेष अनुष्ठान में सवा लाख मंत्रों से अभिमंत्रित करवा करके नि शुल्क रूप से सभी सनातन भक्तों को पूजन हेतु भेंट किया जाना देश भर का एकमात्र अनुष्ठान रहा है इस अनुष्ठान में अभिमंत्रित देव चित्रों की घरों में नित्य प्रतिदिन पूजा करना शास्त्रोक्त विधान अनुसार विशेष है पंडित दाधीच के चातुर्मास पूजन अनुष्ठान सनातन संस्कृति में सभी के लिए अनुकरणीय है
पूजन अनुष्ठान के आगामी अनुष्ठानों में सभी की सहभागिता का आह्वान किया गया