बीकानेर चोंखुटी क्षेत्र स्थित बाबा रामदेव मंदिर के पास “पुख निवास पेलेस” में दो दिवसीय अनंत चतुर्दशी महोत्सव का शुभारंभ बाल संत श्री छैल बिहारी जी महाराज व मनुजी महाराज के संरक्षण मेंअनंत चतुर्दशी उद्यापन पूजन का शुभारंभ हुआ…जिसमें छोटे से “नवजात शोर्य प्रताप नागल बने बाल कृष्ण की सजीव झांकी का रूप ले लिया हुआ नए नवजात बालक का नामकरण संस्कार भी हुआ। साथ ही साथ मनुष्य जीवन पाकर यह जाने वाले प्रमुख व्रत उपासना द्वारा भगवान अनंत चतुर्दशी का उद्यापन स्थानीय कमला कॉलोनी के पास सुथारो की पंचायत बाबा रामदेव मंदिर भवन प्रांगण में 108 ब्राह्मण भोजन एवं भगवान अनंत चतुर्दशी पर विष्णु रूप धरे 28 जोड़ों का पूजन धूमधाम से किया गया। बालसंत श्री छैल बिहारी जी महाराज ने बताया कि भगवान विष्णु की सबसे बड़ा उपासना का पर्व है अनंत चतुर्दशी उद्यापन।। उपरोक्त अनंत चतुर्दशी उद्यापन पर्व पर भगवान ब्राह्मण पंडित ओझा जी द्वारा समस्त जोड़ों द्वार ने अनंत की कथा सुनने के पश्चात “भगवान की जय हो भगवान अनंत देव की जय हो” के उद्घोष से सुथारों की पंचायत भवन बाबा रामदेव मन्दिर परिसर चोंखुटी सुथार मोहल्ला गुंजायमान हो उठा। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में समाजसेवी उधोगपति नवरत्न धामू, ओम जी कुलरिया, देवकिशन गैपाल,व सुनील बोड़ा एडीओं,एवं प्रधानाचार्य सेवानिवृत्त पीईईओ हरिकिशन नागल आदि का मुख्य रूप से आतिथ्य रहा।। अणतुजन अतिथि दिलीप कुमार गैपाल कन्हैया लाल, गैपाल, वासुदेव नागल पुखराज नागल,अभिषेक ऋषि नागल, आदर्श मोटियार, बाबूलाल, रामचंद्र भद्रेचा,गायत्री, सुशीला, उर्मिला,ममतादेवी लक्ष्मी नारायण मोटियार आदि अणत उधापन मे प्रमुख जोडो सहित २८ जोड़े सपत्नीक शामिल हुवे। उपरोक्त अवसर पर बालसंत श्रीछैल बिहारी महाराज के आशीर्वाद से नागल परिवार नवजात शिशु के नामकरण दशोटन अवसर पर अणत उधापन मे शामिल हुए सभी जोड़ो को भगवान विष्णु व लक्ष्मी का स्वरूप बताया।बाल संत जी ने कहा साक्षात विष्णु की कृपा परिचायक है।अणतचतुर्दशी व्रत उधापन पर्व समस्त प्रकार के पुरुषार्थ, धर्म अर्थ काम मोक्ष की प्राप्ति का पर्व है अनंत चतुर्दशी व्रत उद्धापन उपासना।
पीईईओ हरिकिशन नागल ने बताया..कि आज प्रातः पुखनिवास पेलेस मे नवग्रह षोडश मातृका सप्त ऋषि मंडल कलश पूजन के साथ में श्री सूक्त पाठ व विष्णु सहस्त्रनाम पाठ के द्वारा वेदिक हवन किया गया।। जिसमें जोड़े सहित हरिकिशन नागल व श्री मति किरण देवी,व पुखराज नागल सोनिया नागल सप्तनिक, हवन मे मुख्य यजमान रहें।भगवान अनंत चतुर्दशी की कथा के साथ में 108 यजमान ब्राह्मण भोजन एवं 28 जोड़ों को अणतधागा धारण करवा कर समस्त जोडो का तिलक पुजन व उपहार भेंट कर विदा किया गया।..