









बीकानेर,सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से संबद्ध सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल (एसएसबी) के एंडोक्राइनोलॉजी विभाग द्वारा विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर शुक्रवार को टाइप 1 डायबीटीज से पीड़ित मरीजों एवं उनके परिजनों के लिए एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉ. सुरेंद्र कुमार, एसएसबी अधीक्षक डॉ. संजीव बुरी,एंडोक्राइनोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. हरदेव नेहरा, न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. इंद्रपुरी तथा गैस्ट्रो सर्जन डॉ. सुनील डांगी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों ने अपने विचार साझा किए और उपस्थित लोगों को मधुमेह के प्रति जागरूक रहने, संतुलित खान-पान अपनाने तथा नियमित दवाइयों का सेवन करने की सलाह दी।
उद्बोधन के दौरान प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र कुमार ने कहा की मधुमेह नियंत्रण के लिए नियमित जांच और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना अनिवार्य है।” “समय पर इलाज से जटिलताओं को रोका जा सकता है।”
एसएसबी अधीक्षक डॉ. संजीव बुरी ने बताया कि टाइप 1 डायबीटीज बच्चों में चुनौतीपूर्ण है, लेकिन जागरूकता से बेहतर प्रबंधन संभव।है.
एंडोक्राइनोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. हरदेव नेहरा ने कहा कि इंसुलिन थेरेपी और मॉनिटरिंग से टाइप 1 मरीज सामान्य जीवन जी सकते हैं।” “परिजनों की भूमिका रोगी के लिए सबसे महत्वपूर्ण है।”
न्यूरोलोजीस्ट डॉ. इंद्रपुरी ने जानकारी देते हुए बताया कि”मधुमेह से न्यूरोलॉजिकल जोखिम बढ़ते हैं, इसलिए नियमित स्क्रीनिंग जरूरी।” “स्वस्थ आदतें दिमागी स्वास्थ्य को भी मजबूत बनाती हैं।”
गेस्ट्रो सर्जन डॉ. सुनील डांगी के अनुसार”पाचन तंत्र पर मधुमेह का प्रभाव गंभीर हो सकता है, संतुलित आहार अपनाएं।” “सर्जरी से पहले मधुमेह नियंत्रण अनिवार्य है।”
कार्यक्रम के समापन पर टाइप 1 डायबीटीज से पीड़ित बच्चों को निःशुल्क किट वितरित की गई, जिसमें ग्लूकोमीटर, साहित्य (लिटरेचर) तथा फल आदि शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान मनोज पांडे पुनीत मदान, महावीर सिंह, आसकरण उपाध्याय का विशेष सहयोग रहा.
