बीकानेर,बीकानेर मण्डल के लालगढ़ स्टेशन यार्ड में आज रेलवे ने मॉक ड्रिल कर रेल दुर्घटना के दौरान बचाव की तैयारियों को परखा।इस फेक एक्सीडेंट में स्वास्थ्य,प्रशासन, एनडीआरएफ,एसडीआरएफ और नागरिक बचाव दल की चुस्ती फुर्ती का आकलन किया गया। लालगढ़ रेलवे स्टेशन यार्ड में हादसे का दृश्य रचा गया। जहां यह दिखाया गया कि शंटिंग के दौरान दो कोच आपस में टकरा गए हैं और कोच पर दूसरा कोच चढ़ गया है। कोच में रेलवे इलेक्ट्रिक का स्टाफ़ और ठेकेदार के कुछ मज़दूर घायल हुए हैं। इस हादसे में कुल 40 लोग घायल हुए हैं। सूचना आग की तरह फैल गई और एसडीआरएफ़ और एनडीआरएफ़ की टीमें तुरंत मौके पर पहुंची और राहत कार्य में जुट गई। रेलवे की टीमों ने कटर से कोच काटकर घायलों को बाहर निकाला।थोड़ी ही देर में लगभग आधा दर्जन एम्बुलेंस पहुंच गई और घायलों को अस्पताल भेज दिया गया। इसमें सम्बंधित विभागों का रिस्पॉन्स टाइम जाँचा गया। वही एडीआरएम मण्डल रेल प्रबंधक रुपेश यादव ने बताया कि एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन यानी एआरटी को आधुनिक बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मॉकड्रिल के दौरान की गई त्रुटियों को सुधारा जाएगा। उन्होंने बताया कि देश में जिस तरह से रेल दुर्घटनाएं हो रही है उनको और बेहतर तरीके से सुधर जाएगा और इस तरह की दुर्घटनाओं को लेकर यह मॉडल की गई है ताकि हम और ज्यादा सही तरीके से अलर्ट और मुस्तादी से कम करें ।
देश में जिस तरह से रेल दुर्घटनाएं हो रही है उसमें राहत और बचाव के लिए हमेशा तत्पर रहती है एनडीआरएफ की टीम आज बीकानेर लालगढ़ रेलवे यार्ड में रेलवे की मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ के योगेश कुमार मीणा ने बताया कि इस मोक ड्रिल में सभी एजेंसियों ने हिस्सा लिया ज्यादा से ज्यादा इक्विपमेंट का इस्तेमाल करके रेल के कोचस को कटिंग करके पैसेंजरों को राहत पहुंचाई इस इमरजेंसी मॉक ड्रिल को एक्चुअल समझ कर काम किया गया और बेहतर तरीके से सभी पैसेंजरों को सेफ्ली निकल गया मॉक ड्रिल इस लिए की जाती है कि इस हम जल्दी से जल्दी बेहतर काम और ज्यादा सही तरीके से कर सके।