बीकानेर से करीब 180 किलोमीटर दूर बीएसएफ की सांचू बीओपी को सीमा दर्शन प्रोग्राम के तहत बॉर्डर टूरिज्म के लिए डेवलप किया गया है। 1971 के भारत-पाक युद्ध में पश्चिमी सरहद से पाक सेना पर गोले बरसाने में यह दोनों टैंक शामिल थे। टैंकों की जानकारी एक शिलालेख पर उकेरी जाएगी। ताकि टूरिस्ट भी इन टैकों की खासियत और शौर्य जान सकें।
बॉर्डर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए खाजूवाला में बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी की ओपनिंग इसी महीने करने की तैयारी की जा रही है। इस समारोह में बीएसएफ डीजी पंकज कुमार सिंह को आमंत्रित किया गया है। सेरेमनी के लिए खाजूवाला में बीएसएफ कैंपस के सामने मैदान तैयार किया गया है। सांचू में वॉर म्यूजियम, मंदिर और व्यू पॉइंट भी है। पाकिस्तान की पोस्ट और रेंजर्स की गतिविधियां देखने के लिए दो साल में सौ से ज्यादा लोकल टूरिस्ट सांचू का भ्रमण कर चुके हैं।