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बीकानेर के नापासर कस्बे में मंगलवार शाम दो सगी बहनों ने अपने घर के कमरे व बरामदे में फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। दोनों बहनों को फंदे पर लटका देखकर न सिर्फ परिवार की बल्कि आसपास के लोगों की सांस भी अटक गई। घटना के बाद से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस मौके पर पहुंच गई है।

नापासर में गोपाल छींपा की दो बेटियां सरस्वती व सरीता ने अपने घर में फांसी लगा ली। शाम करीब पांच बजे परिजन घर पहुंचे तो पता चला कि लड़कियां कमरे और बरामदे में बने पंखों से झूल गई हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव नीचे उतारे और मोर्चरी में भेजे। जहां बुधवार को पोस्टमार्टम होगा। सुसाइड करने के कारणों का पता नहीं चल सका है। घटना स्थल से पुलिस काे कोई सुसाइड नोट मिलने की अभी पुष्टि नहीं हुई है।
बड़ी बहन सरस्वती बीकानेर के कॉलेज में सेकंड इयर की स्टूडेंट है, जबकि छोटी बहन सरीता नापासर में ही नौंवी कक्षा में पढ़ती है। दोनों बहनों में विशेष प्रेम था। दोनों को हमेशा साथ ही देखा जाता था। अचानक दोनों के सुसाइड करने से पूरा मोहल्ला सन्न है। घटना की जानकारी मिलने पर थानाधिकारी जगदीश पांडार सहित कई अधिकारी पहले छींपा के घर पहुंचे और बाद में नापासर अस्पताल गए। जहां दोनों की बॉडी रखी गई है। मौके पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह इंदोरिया, सीओ सदर पवन भदोरिया, मोबाइल एफएसल टीम भी पहुंच गई।
तीन बहन और एक भाई खुश थे
बनिया थाना जसरासर के रहने वाले गोपाल छिंपा पिछले काफी समय से नापासर में अपना खुद का मकान बनाकर सत्यम सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पीछे नारायण विहार कॉलोनी में रहते हैं। गोपाल छिंपा के तीन पुत्रियां 1 पुत्र है। बड़ी लड़की रीट की तैयारी करके परीक्षा दे चुकी है। दो नंबर सरस्वती छिंपा उम्र 18 वर्ष बीकानेर में सेकंड ईयर में पढ़ रही है। तीन नंबर सरिता छिंपा उम्र 13 वर्ष की है, जो नापासर की गीता देवी बागड़ी बालिका विद्यालय में है।
सरस्वती व सरिता ने अपने घर में एफांसी लगा ली। गोपाल छिंपा सावंतसर तहसील श्री डूंगरगढ़ में सिलाई एवं रेडीमेड की दुकान करते थे गोपाल छिंपा रोज आना-जाना करते थे। इन्हीं की एक दुकान नापासर गीता देवी बागड़ी स्कूल के सामने बने बालाजी मार्केट में भी थी, जिसमें उनकी पत्नी बैठती थी। जिस वक्त यह घटना हुई थी उस वक्त घर पर यह दो बहने और एक छोटा भाई मौजूद था।

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