बीकानेर,स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में राज्य लोक उपापन ( खरीद) में पारदर्शिता अधिनियम 2012 एवं नियम 2013 (आरटीपीपी एक्ट) विषय पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन कुलपति डॉ अरुण कुमार के मुख्य आतिथ्य में हुआ। मानव संसाधन विकास विकास निदेशालय के सभागार में आयोजित समापन कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि कुलसचिव डॉ देवा राम सैनी, माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के वित्तीय सलाहकार संजय धवन व वित्तीय नियंत्रक राजेन्द्र कुमार खत्री थे। विदित है कि दो दिवसीय इस प्रशिक्षण शिविर का आयोजन स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के सहयोग से पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट एण्ड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट जयपुर द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि कुलपति डॉ अरूण कुमार ने कहा कि सार्वजनिक धन के उपयोग में राज्य सरकार द्वारा जारी नियमों की पालना सुनिश्चित की जाए ताकि सरकारी खरीद में पारदर्शिता बनी रहे। साथ ही लोक सेवकों को सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने पर जोर दिया। कुलसचिव डॉ देवा राम सैनी ने कहा कि वर्ष 2012 में लाए गए इस अधिनियम व इसके संबद्ध नियमों पर चर्चा के साथ साथ दस वर्षों से अधिक समय से उपयोग में लेने के फलस्वरूप इसमें आ रही व्यावहारिक समस्याओं के निराकरण हेतु इसमें संशोधन एवं अधिक व्यापक बनाने पर विचार किया जाए।
माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के वित्तीय सलाहकार संजय धवन ने अपने संबोधन में कृषि विश्वविद्यालय द्वारा इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर सराहना की। साथ ही प्रतिभागियों को प्रशिक्षण में प्राप्त जानकारी को उपयोग में लेने व सकारात्मक रूप से कार्य करने पर बल दिया। वित्त नियंत्रक राजेन्द्र कुमार खत्री ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण राजकीय कार्मिकों को अद्यतन रखते है व नियमों के प्रति समझ विकसित होती है। प्रतिभागियों ने भी गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम की सराहना की।
मानव संसाधन निदेशालय निदेशक डॉ दीपाली धवन ने बताया कि प्रशिक्षण के दूसरे दिन करीब 65 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इससे पूर्व विषय विशेषज्ञों माध्यमिक शिक्षा निदेशालय के वित्तीय सलाहकार संजय धवन, पीएफएमटीआई सहायक निदेशक योगेन्द्र बागड़ा,पीएचईडी के सेवानिवृत अतिरिक्त मुख्य अभियन्ता अनिल जैन ने प्रशिक्षण दिया। कार्यक्रम के आखिर में पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट एण्ड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट जयपुर के संयुक्त निदेशक परशुराम सैनी ने सभी अतिथियों, विषय विशेषज्ञों का धन्यवाद ज्ञापित किया व डीएचआरडी निदेशक डॉ दीपाली धवन द्वारा प्रशिक्षण स्थल की गई बेहतरीन व्यवस्थाओं की सराहना की।