बीकानेर.कॉलेज के विद्यार्थी मोबाइल सॉफ्टवेयर का निर्माण कर उसका प्रदर्शन करेंगे। साथ ही इंजन के सभी भागों को खोलकर वापस असेम्बल करने की विधि के बारे में भी जान सकेंगे। इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर में स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर की ओर से दो दिवसीय तकनीकी और सांस्कृतिक कार्यक्रम सृजन का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग क्षेत्र के विभिन्न नवाचारों के बारे में बताया जाएगा। कार्यक्रम में 400 से अधिक विद्यार्थी हिस्सा लेंगे। डॉ. प्रीती नरूका व डॉ. शिवांगी बिस्सा ने बताया कि दो दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम के दौरान इंजीनियरिंग के तीन अलग-अलग क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस दौरान विद्यार्थियों को पिछले कई सालों में कॉलेज विद्यार्थियों की ओर से बनाए गए प्रोजेक्ट व नवाचार के बारे में बताया जाएगा। इसको लेकर समिति का गठन भी कर दिया गया है। 27 व 28 जनवरी को कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज परिसर में किया जाएगा।
कमेटी गठित
कार्यक्रम को लेकर 30 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया। कमेटी सस्दयों की बैठक शनिवार को आयोजित की गई। इस दौरान डॉ. राजेंद्र सिंह, डॉ. शौकत अली, डॉ. इंदु भूरिया, डॉ. धर्मेन्द्र, डॉ. महेन्द्र भादू, डॉ. चन्द्र शेखर राजोरिया, डॉ. नवीन शर्मा, डॉ. रणजीत सिंह सहित अन्य उपस्थित रहे।इंजीनियरिंग क्षेत्र में यह होंगे कार्यक्रम
हैकाथन : इसमें छात्र उपयोगी सॉफ्टवेर अथवा मोबाइल एप्लीकेशन का निर्माण कर प्रदर्शनी आयोजित करेंगे।
असेंबल इंजन शो : इसके तहत कार, बस, और ट्रकों में काम आने वाले आइसी इंजन की प्रायोगिक प्रणाली से विद्यार्थी रूबरू होंगे। इस दौरान इंजन के सभी भागों को खोलकर वापस असेम्बल करने की विधि बताई जाएगी।
तकनीकी प्रोजेक्ट प्रदर्शनी : ईसीबी के विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए विभिन्न इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट की प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। इनमें बैटरी से संचालित कार, थ्री पॉइंट बेंडिंग मशीन, ड्रोन, ओपन फ्रिज वर्किंग प्रणाली सहित 30 प्रोजेक्ट्स का प्रदर्शन किया जाएगा। आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, प्रोटोटाइप डेवलपमेंट यंत्रों की प्रदर्शनी और वर्कशॉप का आयोजन होगा।
नवाचार दर्शाने का उचित मंच प्रदान करेगा
कार्यक्रम विद्यार्थियों को सृजनता और नवाचार दर्शाने का उचित मंच प्रदान करेगा।अकादमिक गतिविधियों के साथ-साथ अतिरिक्त गतिविधि भी विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु आवश्यक है। डॉ.मनोज कुड़ी, प्राचार्य, इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर