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बीकानेर,अभियांत्रिकी महाविद्यालय बीकानेर में आयोजित हो रहे दो दिवसीय गांधी दर्शन कार्यक्रम के प्रथम दिन आज विभिन्न प्रतियोगिताएं व विशेष व्याख्यान हुए। कार्यक्रम की समन्वयक डॉ प्रीति नरूका ने बताया कि इसमें शिक्षकों व विद्यार्थियों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया। प्राचार्य डाॅ मनोज कुरी ने छात्रों को बताया की कैसे गांधी जी का संपूर्ण जीवन ही सीख है जिससे सत्य अहिंसा सबसे बड़ा अस्त्र है

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राजकीय डूंगर महाविद्यालय की डा.बबिता जैन रहीं जिन्होंने बताया कि महात्मा गांधी के मत में यंत्रों पर आधारित आधुनिक सभ्यता मानवता के लिए एक पाप है। यंत्र अथवा मशीन वह बुराई है जो अपने साथ अनेक बुराइयों को जन्म देती है, यंत्र गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, असमानता, पर्यावरण की क्षति आदि अनेक बुराइयों की जड़ हैं।
डॉ चक्रवर्ती नारायण श्रीमाली ने अपने व्याख्यान में बताया कि महात्मा गांधी के साहस,सत्यनिष्ठा और ध्येय के प्रति अटूट विश्वास जैसे गुणों ने उनको महामानव बना दिया,करोड़ों भारतीयों और पूरे विश्व में मानवीय और नैतिक मूल्यों की शक्ति में विश्वास करने वाले लोगो का प्रेरणा पुंज बना, उनका जीवन,विचार और दर्शन हम सबके बीच हमेशा मोजूद हैं। कार्यक्रम के सहसमन्वयक डॉ महेंद्र भादू ने बताया कि अंत में प्रतियोगिताओं में विजई छात्रों को सम्मानित किया गया जीनके नाम इस प्रकार है –
वीडियो मेकिंग प्रतियोगिता में
प्रथम विशाल अलारिया रहे। कविता वचन में सौम्या तोमर प्रथम, विशाल अलारिया द्वितीय और राधिका किराडू तृतीय रही।
बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट प्रतियोगिता में दिव्या सुथार प्रथम तथा कुसुम सिहाग द्वितीय रही
भाषण प्रतियोगिता में कुसुम सिहाग प्रथम, यशराज वीर द्वितीय तथा गर्वित माथुर तृतीय रहे।
लेखन प्रतियोगिता में मनोज वर्मा प्रथम, ऋषिराज सिंह हाड़ा द्वितीय तथा अर्चित अग्रवाल तृतीय रहे।
नाटक प्रतियोगिता में टीम डायमंड विजई रही। जन संपर्क अधिकारी डाॅ नवीन शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में निर्णायक समीति व अन्य शिक्षकों में डॉ शिवांगी बिस्सा डॉक्टर गरिमा प्रजापत, डॉ राधा माथुर, डॉ प्रवीन पुरोहित, डॉ चंचल कछावा, डॉ मंजेश्वरी व्यास, डॉ अरुण पुरोहित, डॉ अतुल गोस्वामी, डॉ धर्मेंद्र सिंह, डॉ अजय चौधरी, डॉ मनिंदर सिंह नेहरा, डॉ चंद्रशेखर राजोरिया, डॉ राखी पारिक, डॉ निशा श्रीवास्तव डॉ सुरेंद्र सिंह चौधरी, आदि उपस्थित रहे।

ऋषि मोहले,ऋषिराज सिंह हाड़ा,ऋषभ जांगिड़,अर्चित अग्रवाल,दिनेश सिंह, कुसुम सिहाग,सौम्या तोमर, दिव्यांशी पारीक तथा हर्षित व्यास ने कार्यक्रम का सफल आयोजन करने में अपना योगदान दिया

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