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बीकानेर,स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केंद्र का प्रशासन और स्वयंसेवी संस्थाओं के मध्य दो दिवसीय संवाद कार्यक्रम रविवार को संपन्न हुआ।
रवींद्र रंगमंच पर आयोजित कार्यक्रम के दूसरे दिन विभिन्न विभागों के अधिकारियोंने सरकारी योजना और कार्यक्रमों के बारे में बताया।
समापन सत्र के मुख्य अतिथि केश कला बोर्ड के अध्यक्ष महेंद्र गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ग के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं बनाई गई हैं। इन योजनाओं को पात्र लोगों तक पहुंचाने में स्वयंसेवी संस्थाएं भागीदारी निभाएं। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक क्षेत्र सेवा केंद्र की तर्ज पर विभिन्न बोर्ड भी अपनी योजनाओं को आमजन तक ले जाएं। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय संवाद के दौरान स्वयंसेवी संस्थाओं के समक्ष आने वाली व्यवहारिक समस्याओं की जानकारी केंद्र तक पहुंची है। आने वाले समय में इनके समाधान के प्रयास किए जाएंगे।
स्वैच्छिक क्षेत्र विकास केंद्र के अध्यक्ष मुमताज मसीह ने कहा कि केंद्र द्वारा ट्रस्ट, फाउंडेशन और संस्थाओं को एक प्लेटफार्म पर लाने का प्रयास किया गया है। राजस्थान, देश का पहला ऐसा केंद्र का गठन हुआ है। अब तक नौ जिलों में संस्थाओं के साथ संवाद आयोजित किए जा चुके हैं।
दूसरे दिन कृषि, देवस्थान, पशुपालन, जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र, नगर निगम, वन एवं पर्यावरण तथा राजीविका के अधिकारियों ने विभागीय योजनाओं का प्रस्तुतीकरण दिया। इनके क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियों और समाधान के बारे में बताया। साथ ही एनजीओ प्रतिनिधियों के साथ खुली चर्चा भी की गई। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
दूसरे दिन डॉ भीमराव अंबेडकर फाउंडेशन के महानिदेशक मदन गोपाल मेघवाल, स्वैच्छिक क्षेत्र सेवा केंद्र के विशेष सलाहकार संजय गौड़, मनोनीत सदस्य सत्यनारायण मंगरोरा और प्रकाश गंगावत, कार्यक्रम कॉर्डिनेटर अजय गौड़, बृजभूषण व्यास आदि अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
कार्यक्रम में जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डी.पी. पचीसिया, राजेश दाधीच, आदर्श शर्मा सहित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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