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बीकानेर, नगर निगम में वित्तीय वर्ष 2022-23 का प्रस्तावित बजट रखने की तैयारियां चल रही है। बजट में जहां कई पारम्परिक मदों में आय-व्यय की जानकारी सामने आने वाली हैं, वहीं कई नई घोषणाओं की उम्मीद भी लगाई जा रही है। निगम महापौर के कार्यकाल का यह तीसरा बजट है। इससे पहले प्रस्तुत दो बजट में भी महापौर की ओर से कई घोषणाएं की गई, जिनमें कई घोषणाएं अब तक पूरी नहीं हो पाई है।

निगम प्रशासन की उदासीनता का आलम यह है कि वित्तीय वर्ष 2020- 21 में की गई घोषणाओं को अब तक घरातल पर नहीं ला पाए हैं। यही स्थिति वित्तीय वर्ष 2021-22 के बजट की कई घोषणाओं की है। एक से दो साल बाद भी दर्जनों घोषणाएं कागजों में धूल फांक रही है।

उदासीन रवैया

महापौर की ओर से बजट अभिभाषण में की गई घोषणाओं को धरातल पर लाने और उन्हें मूर्त रूप देने का दायित्व निगम अधिकारियों का भी है। दो साल बाद भी बजट घोषणाओं पर अमल नहीं होना उदासीन रवैये को बता रहा है। निगम कार्यालय भवन की डीपीआर तक नहीं बनना प्रशासनिक कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है। महापौर और आयुक्त स्तर पर जो निर्णय लिए जाने है उनमें भी चल रही देरी से पक्ष और विपक्ष के कई पार्षद असंतुष्ट है।

बजट 2020-2 :न महिला शौचालय बने न पार्षदों-कार्मिकों को भूखंड मिले

महापौर ने अपने कार्यकाल के पहले बजट में शहर के व्यस्तम बाजारों में महिलाओं के लिए शौचालय बनाने की घोषणा की थी। वहीं निगम पार्षदों और कार्मिकों को रियायती दर पर भूखंड दिए जाने की बात भी बजट अभिभाषण में कही थी। पहले बजट की घोषणाएं तीसरा बजट सामने आने तक पूरी नहीं हो पाई है। वहीं महापौर ने इस बजट में श्वानशाला बनाने, गोगागेट डम्पिंग यार्ड व निगम भण्डार गृह की भूमि पर कारगर योजना को मूर्त रूप देने की बात कही थी, जो अब तक पूरी नहीं हो पाई है। एसटीपी से शोधित जल बरसिंहसर व गुडा विद्युत को देने का भी शुरु नहीं हो पाया है। अप्रेल 2020 से संवेदक के माध्यम से नगरीय विकास कर के लिए सर्वे की घोषणा थी जो अब तक मूर्त रुप नहीं ले पाई है। गोगागेट डम्पिंग यार्ड के कचरे का निस्तारण भी शुरू नहीं हो पाया है। गणतंत्र दिवस व स्वतंत्रता दिवस पर महापुरुषों, विद्वानों के नाम से पुरस्कार- सम्मान दिए जाने की केवल घोषणा ही हुई है।

बजट 2021-22 : फायर हायड्रेन्ट व इनडोर स्टेडियम का इंतजार

निगम के वर्तमान बोर्ड के कार्यकाल के दूसरे बजट के दौरान महापौर ने फिट इंडिया अभियान के तहत विभिन्न स्थानों पर इनडोर स्टेडियम बनाने की घोषणा की थी। अब तक एक भी स्थान पर नहीं बन पाया है। शहर के संकड़े मुख्य बाजारों में आग बुझाने के लिए फायर हायड्रेन्ट लगाने की बात भी अब तक केवल घोषणा ही साबित हुई है। निगम के नए भवन के लिए करोड़ों की राशि का प्रावधान बजट में किया था, लेकिन अब तक इसकी डीपीआर भी नहीं बन पाई है। निगम पत्रावलियों के डिजिटाईजेशन का कार्य भी शुरू नहीं हो पाया है। महापौर ने बजट अभिभाषण में पर्यटन एवं धार्मिक स्थलों पर पब्लिक रीडिंग ऐरिया विकसित करने, राष्ट्रीय उच्च मागों पर बीकानेर नगरीय सीमा पर प्रवेश द्वार बनवाने, मुख्य बाजारों में थैला बैंक बनाने तथा सभी वार्डो में निगम की सेवाओं के सभी महत्वपूर्ण दूरभाष नंबर • के बोर्ड लगाने की घोषणा की थी, जो पूरी नहीं हो पाई है। बजट में महापौर ने 31 कार्य प्रस्तावित किए थे उनमें से अब तक 19 पूरे नहीं हो पाए है।

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