श्रीडूंगरगढ़ वार्ड संख्या दो में रहने वाले रामप्रताप नायक ने तीन चार दिन पहले ही बाइक खरीदी थी, जिस पर वो लूणकरनसर के रामपुरिया गांव में रहने वाली अपनी बहन से मिलने जा रहा था। रास्ते में हेलमेट सिर पर पहनने के बजाय उसने हैंडल पर टांग दिया। इसी दौरान एक वाहन ने टक्कर मारी, जिससे बाइक पर सवार रामप्रताप और उसका चचेरा भाई महेंद्र गंभीर घायल हो गए। रामप्रताप के सिर में चोट लगने से मौत हो गई जबकि महेंद्र को पीबीएम अस्पताल रैफर किया गया। पुलिस के अनुसार हेलमेट टांगने के बजाय रामप्रताप के सिर पर लगा होता तो उसकी जान बच सकती थी। वो बाइक से सीधे सड़क पर सिर के बल गिरा। जिससे उसकी मौत हो गई।
रामप्रताप और महेंद्र दोनों चचेरे भाई थे। रामप्रताप महेंद्र के साथ बहन से मिलकर आज ही वापस लौटना चाहता था, इसलिए अपनी नई बाइक पर रवाना गए। रास्ते में जिस वाहन ने टक्कर मारी, उसने गाड़ी भी नहीं रोकी। समय पर अगर अस्पताल पहुंचाया जाता तो उसकी जान बच सकती थी।
मृतक राम प्रताप की शादी करीब एक डेढ़ साल पहले हुई थी। वो महज 21 साल का था और उसकी बेटी 11 महीने की है। उसके घायल भाई महेंद्र की हालत भी गंभीर बनी हुई है। उसे बीकानेर रैफर किया गया है। जिस बहन के घर रामप्रताप जा रहा था, वो भी उसके चाचा की बेटी है। घटना की जानकारी मिलने के बाद से मातम छाया हुआ है। ये परिवार साथ रहता है और घटना के बाद सभी के घरों में मातम है। अब महेंद्र को बचाने के लिए प्रयास चल रहे हैं।
बाइक सवार को टक्कर मारने के बाद वाहन चालक वहां रुका नहीं। दोनों भाई सड़क पर ही तड़फते रहे, बाद में एक की मौत हो गई। राहगीरों ने रास्ते में लाश पड़ी देखकर गाड़ी रोकी और घायल को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच है। शुरू की