बीकानेर,बिजली कटौती के विरोध में संभागीय मुख्य अभियंता से हुए विवाद के मामले में बीजेपी के दो नेताओं को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। शाम को इन दोनों नेताओं की जमानत भी हो गई, विवाद को लेकर चीफ इंजीनियर ने 5 के खिलाफ नामजद व 2 अन्य के खिलाफ राजकार्य में बाधा और एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कराया था।
जयनारायण व्यास कॉलोनी पुलिस ने भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष श्याम चौधरी महामंत्री दीपक यादव को जमानत नहीं मिलने पर गुरुवार सुबह करीब सात बजे गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया जहां शाम होते-होते जमानत हो गई। उनका मामला दो अदालतों के बीच घूमता रहा लेकिन बाद में एसीजेएम कोर्ट ने उनकी जमानत ले ली। दरअसल, एससी, एसटी एक्ट के तहत भी मामला दर्ज कराया गया था। बाद में पुलिस ने ये धाराएं जांच के दौरान हटा दीं। अब राज कार्य में बाधा का मामला ही शेष रह गया था। ऐसे में एसीजेएम संख्या तीन ने इस मामले में शाम को जमानत ली।
दरअसल, मुख्य अभियंता ने पांच भाजपा नेताओं पर नामजद और कुछ अन्य पर मामला दर्ज कराया था। आरोप था कि सरकारी कामकाज में बाधा डाली गई। मुख्य अभियंता को जबरन कक्ष से बाहर लाया गया, उनको धूप में बिठाकर समस्याएं बताई गईं। इसी को राजकार्य में बाधा माना गया। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष माधोराम, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सत्यप्रकाश आचार्य, शहर अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह, उपाध्यक्ष मोहन सुराना और युवा मोर्चा अध्यक्ष वेद व्यास पर नामजद एफआईआर हुई। इसके बाद सत्यप्रकाश आचार्य, अखिलेश प्रताप सिंह और वेद व्यास को स्थानीय अदालत से स्टे मिल गया। इनकी गिरफ्तारी पर रोक लग गई। इस मामले में नामजद माधोराम और मोहन सुराना ने भी स्टे के लिए फाइल लगा रखी है। इनकी गिरफ्तारी अभी नहीं हुई, जबकि एफआईआर में दर्ज अन्य के आधार पर भाजपा किसान मोर्चा अध्यक्ष श्याम चौधरी महामंत्री दीपक यादव को गिरफ्तार किया गया। शाम को इन्हें भी जमानत मिल गई।