हनुमानगढ़। जिले के सादुलशहर इलाके में गांव अमरगढ़ के पास महिला की बस से गिरकर मौत के मामले में शनिवार को परिजनों ने थाने के बाहर धरना शुरू कर दिया। वे लोग महिला की मौत के दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। इन लोगों का कहना था कि ड्राइवर और कंडक्टर की गलती से ही हादसा हुआ। हादसा होने के बाद भी यदि ड्राइवर ने बस रोककर महिला को संभाल लिया होता तो उसकी जान बच सकती थी।
चलती बस से गिरी थी महिला
गांव किशनपुरा उत्तराधा की महिला निर्मला गुरुवार को गांव किशनपुरा उत्तराधा से सिंगला ट्रेवल्स की बस में चढ़ी थी। वह गेट के पास ही थी। इसी दौरान गांव अमरगढ़ के पास स्पीड ब्रेकर आने से बैलेंस बिगड़ा और महिला सडक़ पर आ गिरी। महिला के गिरने के बावजूद ड्राइवर और कंडक्टर ने बस नहीं रोकी और इसे भगाकर सादुलशहर ले गया। इस दौरान यात्रियों ने शोर भी मचाया लेकिन ड्राइवर हादसे के बाद घबरा गया और बस को भगाकर सादुलशहर ले आया। यहां बस रोकने पर यात्रियों ने जबर्दस्त रोष जताया।
पीछे आ रहे वाहन चालक ने भिजवाया अस्पताल
पीछे से आ रहे एक वाहन चालक ने महिला को सडक़ पर गिरे देखा तो एंबुलेस 108 को सूचना दी और उसे श्रीगंगानगर के सरकारी अस्पताल पहुंचा दिया। आसपास के लोगों ने महिला के परिजनों के बारे में जानकारी जुटाई और गांव किशनपुरा उत्तराधा में परिजनों को सूचना दी। परिजन श्रीगंगानगर पहुंचे ओर अस्पताल में भर्ती महिला को संभाला। हालत गंभीर होने पर उसे बीकानेर रैफर कर दिया गया। जहां गुरुवार रात उसकी मौत हो गई।