बीकानेर,ट्रबल शूटर के नाम से पहचान वाले आईएएस ने बीकानेर में ट्रैफिक ट्रबल को सुधारने की पहल कर दी है। ट्रैफिक पर उनके एक्शन को जनता ने महसूस किया है। उनके एक्शन में काम नहीं करने वाले विभाग और कुछ अधिकारी भी ट्रबल बने हुए है। शूटर उनको को भी समझ रहे हैं। वे भी शूटर की जद में है। के ई एम रोड और कोटगेट इलाके में जादुई रूप से यातायात व्यवस्था सुधर गई है। अभी यातायात व्यवथा को लेकर तय अन्य बिंदुओं पर काम होना बाकी है। सुधार के तय सभी काम हो जाने से बीकानेर शहर का कायांतरण हो सकेगा। सुधार के बाद शहर के लोगों में ट्रैफिक सेंस भी सुधर जाने की उम्मीद है। बीकानेर के लोगों का ट्रेफिक अवहेलना में कम नाम नहीं। भले ही वे अपनी जिम्म्मेदारी नहीं माने। ट्रबल शूटर संभागीय आयुक्त चाहते है कि : – ,
∆ निजी बस संचालन के लिए स्थान तय किए जाएं। ∆अनाधिकृत खोखे निगम जब्त करे।
∆भीमसेन सर्किल से अतिक्रमण हटे ।
∆ वेंडिंग नोन वेंडिंग जोन बनाए जाएं।
∆ मल्टी स्टोरी पार्किंग की संभावनाओं पर हो विचार ।
∆ एक तरफा यातायात की व्यवस्था हो। ∆ मुख्य सर्किलों का सौर्न्दकरण हो। ∆ राष्ट्रीय राजमार्गो के दोनों तरफ की दीवारों पर रंग हो और कलाकृति बने, रोड डिवाइडर की मरम्मत हो।
∆ बेसहारा गोधन की धरपकड़ हो। ∆ श्रीगंगानगर रोड पर बनी झुग्गी-झोपड़ियों को शिफ्ट करने से पहले इनके लिए स्थान उपलब्ध कराने के निर्देश नगर विकास न्यास को दिए। ये सभी ट्रबल्स अभी बरकरार है। संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन ने निर्देशित किया था कि शहर में यातायात व्यवस्था बेहतर रहे, इसके मद्देनजर मुख्य मार्गों पर अनाधिकृत रूप से लगे ठेले और खोखे हटाए जाने हैं। मुख्य मार्गों से ट्रैफिक का दबाव कम करने के उपायो और बेसहारा पशुओं को मार्गों से हटाने का काम होना है। मुख्य मार्गों विशेषकर महात्मा गांधी मार्ग, कोटगेट, भीमसेन सर्किल सहित प्रमुख स्थानों पर भीड़ भाड़ कम करने के उपाय नहीं हुए हैं। वहीं ऐसे मार्गों पर अनाधिकृत रूप से लगे खोखे व ठेले हटे नहीं है।
ट्रबल शूटर अपने लक्ष्य पर निशाना साधे हुए हैं यह बात दीगर है कि नगर विकास न्यास, नगर निगम अपनी छवि नहीं सुधार पा रही है जो काम न्यास और निगम को करना है उसमें ढिलाई है। खैर ट्रबल शूटर अपनी विद्या में पारंगत है। कौनसी ट्रबल को कैसे कब शूट करना है। ट्रबल शूटर इसी उधेड़बुन में लगे है। अंतत: ट्रबल को तो मिटना ही होगा, क्योंकि शूटर तैयार खड़ा है…।