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बीकानेर,यह एक मात्र सर्किल या चौराहा नहीँ है ये हमारे लिए एक मंदिर है जहां से गुजरते हुए स्वतः ही सर श्रद्धा से झुक जाता है । यह उद्गगार आज गौरव सेनानी एसोसिएशन बीकाणा द्वारा आयोजित शाहिद मेजर पूर्णसिंह राठौड़ की 57 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर मेजर पूर्णसिंह सर्किल पर आयोजित श्रधांजलि सभा मे बीकानेर की प्रथम नागरिक महापौर श्रीमती सुशीला कंवर राजपूरोहित ने व्यक्त किये ।

उन्होंने अपने उदबोधन में कहा कि बीकानेर के लिए बड़े ही गर्व की वात है कि ऐसे वीर सपूतों देश रक्षामे अपने प्राणों की आहुति दे दी । इनके बारे में विद्यालयों में आवश्यक रूप से छात्रों को पढ़ाया जाना चाहिए ।
इस अवसर पर गौरव सेनानी एसोसिएशन बीकाणा के अध्य्क्ष कर्नल हेमसिंह शेखावत ने उपस्थित सभी सैनिक अधिकारियों ,बीकानेर के गणमान्य लोगो का स्वागत करते हुए शहीद मेजर पूर्णसिंह के व्यक्तित्व व पर प्रकाश डालते हुए उनके सैन्य पराक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की ।
सर्वप्रथम शहीद मेजर पूर्णसिंह जी से पुत्र श्री रणजीत सिंह राठौड़ में मूर्ति पर दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण कर अपने वीर पिता को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित की ।
कार्यक्रम में बीकानेर के प्रसिद्ध गायक कासिम अली पठान ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया वही पर श्री केसर सिंह भाटी ने शहीद के पराक्रम से सुसज्जित जोशभरा कविता पाठ किया ।
श्रधंजलि सभा मे कर्नल बी के मजूमदार ने अपने सैन्य अनुभवों सको सभी के साथ साझा किया । इस अवसर पर पूर्व सैन्य अधिकारी कर्नल देवी सिंह जी ,कर्नल दिग्विजय सिंह जी , कर्नल महेंद्र सिंह जी ,प्रभु सिह जी , पूर्व कमाण्डेन्ट भंवरसिंह जी , पूर्व वायु सेना के ओंकारसिंह मोरखाना , क्षत्रिय सभा के संरक्षक बजरंगसिंह जी रॉयल , वर्तमान अध्यक्ष करण प्रताप सिहं सिसोदिया , सादुल क्लब के अध्यक्ष हनुमान सिह कोटवाद , राजकीय शहीद मेजर पूर्णसिंह हायर सेकेंडरी स्कूल की प्रधानाचार्या , संजय सांखला , बी एस एफ के श्री शाहिद हुसैन , एन आर भार्गव , राजस्थान पुलिस के बेगराज मीणा , हरफूल जी , एन सी सी के केडेट्स, राजस्थान स्काउट के छात्रों के साथ उपस्थित बीकानेर के गणमान्य नागरिकों ने शहीद मेजर पूर्णसिंह जी राठौड़ को अपने श्रद्धासुमन अर्पित कर नमन किया ।
कार्यक्रम के अंत मे शहीद परिवार व आयोजन समिति की ओर से समस्त उपस्थित महानुभावों का धन्यवाद प्रदीप सिंह चौहान ने दिया व कार्यक्रम का संचालन भी प्रदीप सिंह चौहान द्वारा किया गया ।

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