
बीकानेर,बीमार इंसान की मानसिकता और सोच उसे असक्षम बना देती है इसलिए बीमार को ठीक करना सबसे बड़ी सेवा है।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पुखराज साध ने शनिवार को हनुमान जयंती पर आसोपा आश्रम ट्रस्ट द्वारा आयोजित निशुल्क चिकित्सा शिविर में ये बात कही। उन्होंने कहा कि बीमारी की अवस्था में इंसान के सोचने समझने और कार्य करने की क्षमता बुरी तरह प्रभावित होती है जिसका सीधा असर उसकी कार्यक्षमता पर पड़ता है जिससे कार्य निष्पादन बाधित होता है इसलिए चिकित्सा व्यवस्था में रोगी को तंदुरुस्त करना सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए। आसोपा आश्रम ट्रस्ट द्वारा आरोग्य आयुष्मान मंदिर के तहत आयोजित इस शिविर के आयोजन को उन्होंने अच्छा कदम बताया और उम्मीद की कि संस्थाएं अपने स्तर पर इस तरह एक आयोजन करें। सीएमएचओ ने कहा कि विभाग अपने स्तर पर चिकित्सकों,जांचों एवं दवाओं की व्यवस्था करवाने को तत्पर है,ऐसे में चिकित्सा शिविरों का आयोजन बड़ी संख्या में लोगों को लाभांवित कर सकते हैं।वरिष्ठ चिकित्सक डॉ एम दाऊदी ने इस अवसर पर कहा कि जोधपुर बाईपास,उदयरामसर,भीनासर और समीपवर्ती क्षेत्रों के लिए आसोपा धोरे पर स्थित आरोग्य आयुष्मान मंदिर बेहद उपयोगी है।चिकित्सा अधिकारी डॉ शुभम गोयल ने कहा कि आसोपा ट्रस्ट में संचालित जनता क्लिनिक में प्रत्येक रोगी को परामर्श दे कर तत्पर ईलाज का प्रयास किया जाता है।इस अवसर कर आसोपा आश्रम ट्रस्ट की ट्रस्टी और किंग्स कॉलेज लंदन की प्रोफेसर डॉ सविता आसोपा ने कहा कि ऐतिहासिक आसोपा आश्रम ट्रस्ट द्वारा सन 1920 से निरंतर चिकित्सा के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य किए जा रहे हैं।डॉ सविता ने बताया कि पिछले करीब 105 साल से यहां सेनिटोरियम कायम है जिसका अपना एक इतिहास है ऐसे में यहां की रज में चिकित्सा पैबस्त है।उन्होंने चिकित्सा विभाग के सभी चिकित्सकों,पैरामेडिकल स्टाफ और प्रशासन का आभार जताया।
इस अवसर पर आसोपा धोरा स्थित चमत्कारी हनुमान मंदिर में सुंदर कांड एवं प्रसाद वितरण भी किया गया।