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बीकानेर,परिवहन विभाग में अंधेरगर्दी और मिलीभगत का बड़ा मामला उजागर हुआ है। मुंह मांगी कीमत वाले आरजेएफ0007 नंबर को फर्जीवाड़ा कर परिवहन विभाग ने किसी दूसरे के नाम स्थानांतरित कर दिया। वाहन मालिक अपनी गाड़ी की आरसी नवीनीकरण कराने आरटीओ ऑफिस पहुंचा तब मामला उजागर हुआ। इस मामले में परिवहन विभाग के एक लिपिक को निलंबित भी किया गया है। असल में यह मामला पुराने वीआइपी नंबर से जुड़ा हुआ है। ऐसे वाहन नंबर हैरिटेज गाड़ियों पर ही देखने को मिलते है। सालों पुराने ऐसे वीआइपी और लग्जरी नंबरों के शौकीन लाखों रुपए नंबर के देने को तैयार रहते है। बीकानेर की एक पुरानी जीप आरजेएफ0007 को 28 अप्रेल 2021 को अमरनाथ पुत्र हरिवंशराय निवासी गजनेर रोड चौखुंटी मोहल्ला के के नाम परिवहन

विभाग से नवीनीकरण कर दी।

इसके बाद जब असल मालिक आरसी नवीनीकरण करने परिवहन कार्यालय पहुंचा तो यह सुनकर उसके होश उड़ गए की गाड़ी पहले ही किसी अन्य के नाम हो चुकी है। असल मालिक ने अधिकारीयों को अवगत कराया तो उन्होंने टरका दिया। जिस पर परिवहन विभाग मुख्यालय जयपुर के अधिकारीयों को शिकायत की। इस पर मुख्यालय ने कार्रवाई कर परिवहन विभाग के कार्मिक को निलंबित कर दिया। हद तो तब हो गई जब नंबर नवीनीकरण संबंधित कागजात कार्मिक से मांगे गए। उसने कोई कागजात भी पेश नहीं किए।

नम्बर नवीनीकरण कराने वाले को नोटिस

इस गंभीर मामले में जिला परिवहन अधिकारी ने खुद का बचाव करते
हुए मामले को दबाए रखा। जब मामला को जिला परिवहन अधिकारी जुगल किशोर माथुर ने अनभिज्ञता जताई। इसके अगले ही दिन इस गाड़ी से जुडी सार्वजनिक सूचना का प्रकाशन करवाकर नवीनीकरण कराने वाले को सार्वजनिक नोटिस दे दिया।

जिला परिवहन अधिकारी ने भले ही मामले पर अनभिग्यता जताई। लेकिन जानकारी देने पर आरटीओ ओपी मारु ने गंभीरता से लिया। आरटीओ मारु ने बताया कि यह पुरानी गाड़ी साल भर पहले ट्रांसफर कर दी थी। मुख्यालय शिकायत पहुंचने पर प्राम्भिक तौर पर जिम्मेदार लिपिक को निलंबित कर दिया। अब डीटीओ ने नोटिस जारी कर इस गाड़ी के मूल दस्तावेज मु वाहन पेश करने के लिए कहा है इसके बाद ही मुकदमा दर्ज करा आदि की कार्रवाई की जाएगी।

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