
बीकानेर,आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी, बीकानेर, नंदी फाउंडेशन के सहयोग से महिंद्रा प्राइड क्लासरूम (एमपीसी) के तहत अंतिम वर्ष की महिला छात्राओं के लिए एक विशेष 40 घंटे का निःशुल्क “रोजगार कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम” आयोजित करने जा रहा है। यह कार्यक्रम 28 जुलाई से 1 अगस्त 2025 तक सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक विश्वविद्यालय के सेमिनार हॉल (एडमिन ब्लॉक) में होगा। इस पहल की सारी जानकारी डॉ. अशोक प्रेम, एसोसिएट प्रोफेसर, विधि और कला संकाय, आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी, बीकानेर, ने प्रदान की। महिंद्रा प्राइड क्लासरूम, जो महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप की एक प्रमुख कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (CSR) पहल है, का उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित पृष्ठभूमि की छात्राओं को सॉफ्ट स्किल्स, संचार कौशल, जीवन कौशल, और साक्षात्कार की तैयारी जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षित कर कॉर्पोरेट जगत के लिए तैयार करना है। यह कार्यक्रम नंदी फाउंडेशन के सहयोग से संचालित किया जा रहा है, और यह विश्वविद्यालय की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है जो नियमित रूप से ऐसे प्रशिक्षण आयोजित कर अपने छात्रों के लिए बेहतर प्लेसमेंट अवसर सुनिश्चित करता है। आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी इस पहल के माध्यम से अपनी छात्राओं को कॉर्पोरेट जगत में आत्मविश्वास के साथ कदम रखने और अपने करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी, बीकानेर, राजस्थान में स्थित एक प्रमुख शिक्षण संस्थान है, जो 2015 में स्थापित हुआ। यह विश्वविद्यालय अकादमिक उत्कृष्टता, नवाचार और समग्र विकास के लिए जाना जाता है। विश्वविद्यालय को नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (NAAC) से A ग्रेड प्राप्त है, जो इसकी शैक्षणिक गुणवत्ता और बुनियादी ढांचे की उत्कृष्टता को दर्शाता है। इसका बी.एससी. (एग्रीकल्चर) ऑनर्स कार्यक्रम भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) से मान्यता प्राप्त है, और इसके लॉ कोर्स बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) से मान्यता प्राप्त हैं। विश्वविद्यालय प्रबंधन, वाणिज्य, कला, विज्ञान, कानून, और कृषि जैसे क्षेत्रों में स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट स्तर के पाठ्यक्रम प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, कंप्यूटर अनुप्रयोग संकाय में बीसीए और एमसीए जैसे पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जो सूचना प्रौद्योगिकी और सॉफ्टवेयर विकास में विशेषज्ञता प्रदान करते हैं। ये सभी पाठ्यक्रम उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप डिज़ाइन किए गए हैं और छात्रों को सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक कौशल प्रदान करते हैं। विश्वविद्यालय अपने छात्रों को आधुनिक सुविधाओं जैसे डिजिटल लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लासरूम, और अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं के साथ एक उत्कृष्ट शैक्षिक वातावरण प्रदान करता है। यह नियमित रूप से सेमिनार, अतिथि व्याख्यान, तकनीकी कार्यशालाएँ, सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेल प्रतियोगिताएँ, और सामाजिक पहल आयोजित करता है ताकि छात्र उद्योग की मांगों और वैश्विक कार्यबल के लिए तैयार रहें। विश्वविद्यालय ने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ समझौता ज्ञापन (MoUs) किए हैं, जो छात्रों को इंटर्नशिप, अनुसंधान अवसर, और वैश्विक प्रदर्शन प्रदान करते हैं। विश्वविद्यालय सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति भी प्रतिबद्ध है और राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाइयों के माध्यम से सामुदायिक सेवा कार्यक्रम, पर्यावरण संरक्षण पहल, और जागरूकता अभियान आयोजित करता है।
यह 40 घंटे का प्रशिक्षण कार्यक्रम महिंद्रा प्राइड क्लासरूम के द्वारा संचालित है और विशेष रूप से अंतिम वर्ष की महिला छात्राओं के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह कार्यक्रम सॉफ्ट स्किल्स, संचार कौशल, कार्यात्मक अंग्रेजी, जीवन कौशल, और साक्षात्कार की तैयारी पर केंद्रित है, जो छात्राओं को इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक, आईटीआई, हॉस्पिटैलिटी, और अन्य क्षेत्रों में उद्योग की अपेक्षाओं के अनुरूप तैयार करता है। प्रशिक्षण की प्रभावशीलता को मापने के लिए प्री-एसेसमेंट और पोस्ट-एसेसमेंट आयोजित किए जाएंगे, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि छात्राएँ प्रशिक्षण से अधिकतम लाभ प्राप्त करें। प्रत्येक बैच में अधिकतम 50 छात्राएँ शामिल होंगी, और 95% उपस्थिति और अच्छे प्रदर्शन मूल्यांकन स्कोर वाली छात्राओं को महिंद्रा प्राइड क्लासरूम से प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा। यह प्रशिक्षण प्लेसमेंट ड्राइव शुरू होने से ठीक पहले पूरा होगा ताकि प्रभावी परिणाम प्राप्त किए जा सकें। कार्यक्रम के अंत में ‘जॉब उत्सव’ का आयोजन होगा, जो छात्राओं को उनकी रुचि और कौशल के अनुरूप रोजगार के अवसर प्रदान करेगा।
नंदी फाउंडेशन, जिसका संस्कृत में अर्थ है “नई शुरुआत”, भारत में सामाजिक विकास के क्षेत्र में एक अग्रणी संगठन है, जो 1998 में एक पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के रूप में स्थापित हुआ। इसका उद्देश्य गरीबी को इतिहास बनाना है। 350 से अधिक पूर्णकालिक पेशेवरों, 6000 से अधिक फ्रंट-लाइन डेवलपमेंट वर्कर्स और स्थानीय समुदायों से भर्ती किए गए हजारों फील्ड टीमों के साथ, नंदी फाउंडेशन 20 राज्यों में 413 जिलों में 8,80,000 से अधिक छात्रों और 5,70,000 से अधिक महिलाओं के जीवन को प्रभावित कर चुका है। यह संगठन युवा कौशल विकास, कृषि, और बालिका/युवा महिला शिक्षा पर विशेष ध्यान देता है। इसके प्रमुख कार्यक्रमों में महिंद्रा प्राइड क्लासरूम (एमपीसी), टाइटन लीप (LeAP), टीनएज गर्ल्स (TAG), और डिजिटल इक्वलाइज़र फॉर गर्ल्स (DEFG) शामिल हैं, जिन्होंने 2500 से अधिक विश्वविद्यालयों और संस्थानों के साथ साझेदारी की है। महिंद्रा प्राइड क्लासरूम 2016 से सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित युवाओं को 20 से 120 घंटे के कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से मुख्यधारा में लाने का कार्य कर रही है। इसने 20 राज्यों में 7,79,741 युवाओं को सशक्त बनाया है, जिनमें 650 सहायक संकाय शामिल हैं।
इस कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सेल द्वारा किया जा रहा है, जिसकी प्रभारी प्रोफेसर मीनाक्षी शर्मा हैं। इसमें एमबीए तृतीय सेमेस्टर और बीबीए पंचम सेमेस्टर की छात्राएँ समन्वयक की भूमिका निभाएँगी। छात्र समन्वयकों में प्रज्ञा सेठिया (बीबीए पंचम सेमेस्टर), दीपिका पारख (बी.कॉम तृतीय सेमेस्टर), सिमरन (बी.कॉम पंचम सेमेस्टर), मानसी प्रजापत (बीबीए एलएलबी सप्तम सेमेस्टर), दीपशिखा गहलोत (बी.टेक तृतीय सेमेस्टर), और वंशिका (बीसीए तृतीय सेमेस्टर) शामिल हैं। कार्यक्रम का शेड्यूल और संगठन निम्नलिखित समितियों द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा ।
महिंद्रा प्राइड क्लासरूम के विशेषज्ञ हर्षवर्धन सैनी, जो 12 वर्षों से अधिक अनुभव के साथ नेतृत्व, टीम निर्माण, सॉफ्ट स्किल्स, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, रणनीति निर्माण, और आदत निर्माण में माहिर हैं, इस प्रशिक्षण का नेतृत्व करेंगे। उनका मिशन “निरंतर सीखना, विकास करना और विकसित होना” है, और वे अपने अनुभवों के माध्यम से छात्राओं को प्रेरित करेंगे। श्री सैनी का प्रशिक्षण इंटरैक्टिव सत्रों, व्यावहारिक गतिविधियों, और वास्तविक जीवन के परिदृश्यों पर आधारित होगा।
महिंद्रा प्राइड क्लासरूम का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम छात्राओं को आत्मविश्वास, स्वतंत्रता, और पेशेवर कौशल प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह न केवल तकनीकी और संचार कौशल विकसित करता है, बल्कि व्यक्तित्व विकास, समय प्रबंधन, और महत्वपूर्ण सोच जैसे क्षेत्रों में भी सशक्त बनाता है। विशेष रूप से, यह कार्यक्रम नेतृत्व, टीम निर्माण, सॉफ्ट स्किल्स, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, और रणनीति निर्माण पर केंद्रित है। नेतृत्व कौशल छात्राओं को समूहों का मार्गदर्शन करने और निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करता है। टीम निर्माण प्रशिक्षण सहयोग और सामूहिक कार्य की भावना को बढ़ावा देता है। सॉफ्ट स्किल्स, जैसे प्रभावी संचार और प्रस्तुति कौशल, छात्राओं को पेशेवर माहौल में अपनी बात रखने में सक्षम बनाते हैं। भावनात्मक बुद्धिमत्ता प्रशिक्षण तनाव प्रबंधन और सहानुभूति में मदद करता है, जो दीर्घकालिक करियर सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। रणनीति निर्माण कौशल छात्राओं को दीर्घकालिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए योजना बनाने की क्षमता प्रदान करता है। प्री-एसेसमेंट और पोस्ट-एसेसमेंट यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रशिक्षण का प्रभाव मापा जा सके। महिंद्रा प्राइड क्लासरूम की यह पहल, जैसा कि अन्य संस्थानों में देखा गया है, ने हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं, और इसका 100% प्लेसमेंट रिकॉर्ड इसकी प्रभावशीलता को दर्शाता है।
महिंद्रा प्राइड क्लासरूम और आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी की यह साझेदारी महिला छात्राओं को उनके सपनों को साकार करने के लिए आवश्यक कौशल और आत्मविश्वास प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कार्यक्रम न केवल शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देता है, बल्कि छात्राओं को स्वतंत्र शिक्षार्थी, महत्वपूर्ण विचारक, और जिम्मेदार निर्णय निर्माता बनने के लिए प्रेरित करता है। यह विश्वविद्यालय उन छात्राओं के लिए आदर्श स्थान है जो न केवल डिग्री चाहती हैं, बल्कि अपने सपनों को साकार करने के लिए आवश्यक कौशल और आत्मविश्वास भी चाहती हैं। अधिक जानकारी के लिए, कृपया आरएनबी ग्लोबल यूनिवर्सिटी, बीकानेर की वेबसाइट www.rnbglobal.edu.in पर जाएँ।