बीकानेर,शामलात की पुर्न वनस्पतिकरण के लिए जिला परिषद सभागार में जिला परिषद (मनरेगा), आईटीसी-मिशन सुनहरा कल व फाउंडेशन फॉर ईकॉलोजिक सिक्युरिटी (एफ.ई.एस) के संयुक्त तत्वावधान से प्रशिक्षकों का एक दिवसीय प्रशिक्षण गुरुवार को आयोजित हुआ।
इसका शुभारंभ जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के. ने किया। उन्होंने बताया कि पश्चिमी राजस्थान में चारागाह, ओरण व जल संसाधन के पुर्नवनस्पतिकरण, प्राकृतिक जल संसाधनों के लिए राज्य सरकार की योजनाओं को जमीनी स्तर पर उतारना और सामुदायिक सहभागिता (चारागाह विकास समिति) से बेहतर संरक्षण देखरेख पर जोर दिया। अधिशासी अभियन्ता रामनिवास शर्मा ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। मनरेगा से 32 आदर्श चारागाह विकास का योजना के बारे में चर्चा की। प्रशिक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता धीरसिंह गोदारा, अधीक्षण अभियन्ता विद्युत कनेक्शन भूप सिंह सहित तकनीकी सहायक और एफईएस से वरिष्ठ प्रबंधक, मैनेजर डिंपल कुमारी, जिला प्रशिक्षक समन्वयक रामदीन, पुष्करराज, अशोक कुमार, क्षेत्रीय समन्वयक संतोष कुमारी आदि मौजूद रहे।
जेपी सिंह ने क्षेत्रीय जलवायु के अनुकूल विभिन्न वृक्ष, घास, झाड़ियों व बीज उपचार भूमि सुधारात्मा इत्यादि विषयों पर गहन जानकारी दी। प्रतिभागियों को उपयोगी प्रश्नोत्तर सत्र का पुष्कर द्वारा संचालन किया और बेहतर चारागाह प्रबन्धन की सूक्ष्म वैज्ञानिक तकनीकी की विस्तार से जानकारी दी गई। अंत में राम निवास शर्मा ने तकनीकी अधिकारियों को लक्ष्य अनुसार कार्य करने का निर्देश दिए गए। कार्यशाला में पौधारोपण के बारे में बताया गया। शीघ्र ही ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तर पर ट्रेनिंग होगी। संजय श्रीमाली और विनोद लालवानी ने मनरेगा योजना की प्रगति के बारे में चर्चा की। संचालन सुनील जोशी ने किया।