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बीकानेर,कृषि महाविद्यालय बीकानेर के कीट विज्ञान विभाग में 17 फरवरी, 2023 स प्रारम्भ हुए 7 दिवसीय व्यवसायिक मधुमक्खी पालन में उद्यमिता विकास विषय पर आयोजित प्रशिक्षण गुरुवार 23 फरवरी, 2023 को सम्पन्न हुआ। समापन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. अरुण कुमार, कुलपति, स्वामी केशवानन्द राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय, बीकानेर ने अपने उद्बोधन में कहा कि मधुमक्खी पालन में उद्यमिता विकास की प्रचुर सम्भावनाएं हैं। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को अपना एक समूह बनाने, प्रोडक्ट की ब्रांडिंग करने तथा उत्तम पैकेजिंग के साथ व्यवसाय प्रारम्भ करने का आह्वान किया। प्रशिक्षण संयोजक डॉ. एच. एल. देशवाल ने बताया कि इस प्रशिक्षण में राजस्थान के विभिन्न जिलों के कुल 38 प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण में मधुमक्खियों की प्रजातियों, शहद के प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन, व्यवसाय, मधुमक्खियों के रोग व उनके बचाव तथा मधुमक्खी पालन में लाभ लागत अनुपात आदि की जानकारी दी। कृषि विभाग एवं नाबार्ड के अधिकारियों द्वारा मधुमक्खी पालन में उद्यमिता विकास को बढ़ावा देने हेतु सरकार की योजनाओं एवं अनुदान तथा बैंक द्वारा लोन के बारे में जानकारी दी गई डॉ. विजय शंकर आचार्य ने बताया कि प्रशिक्षणार्थियों का हनुमानगढ़ जिले के नूरपूर गांव में पंजीकृत मधुमक्खी पालक के यहां प्रक्षेत्र भ्रमण करवाकर प्रायोगिक जानकारी दी गई। इस अवसर पर कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. आई. पी. सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुये मधुमक्खी पालन को रोजगार के रूप में अपनाने हेतु प्रेरित किया। कुलपति डॉ. अरूण कुमार द्वारा प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये कार्यक्रम में छात्र कल्याण निदेशक डॉ. वीर सिंह, स्नातकोत्तर शिक्षा अधिष्ठाता डॉ. दीपाली धवन, डॉ. दाताराम कुम्हार, डॉ. एन. एस. दहिया, इजि जितेन्द्र गौड़, डॉ. नरेन्द्र सिंह, डॉ. सुरेन्द्र यादव, डॉ. बी. एस. मिठारवाल आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. विजय शंकर आचार्य ने किया।

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