बीकानेर,पटाखे की अस्थाई दुकान लगाने वाले व्यापारियों के लिये खुश खबर है। वे अपनी दुकान यथा स्थान पर लगा सकेंगे। लेकिन उन्हें जिला प्रशासन के तय मापदंड़ों को पूरा करना होगा। साथ ही एक शपथ पत्र भी देना होगा। इसको लेकर बीकानेर फायर वक्र्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों व जिला प्रशासन के मध्य हुई समझौता वार्ता में निर्णय लिया गया। वार्ता में युवा व्यवसायी कमल कल्ला व जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डी पी पचीसिया शामिल रहे। जिसके बाद यह तय हुआ कि अस्थाई पटाखा व्यवसायी यथा स्थान अपनी दुकानों को लगा सकेंगे। किन्तु इसके लिये प्रशासन की ओर से कुछ शर्तों की पूर्ति करनी होगी। वार्ता में जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल,अध्यक्ष लूणकरण सेठिया,सचिव वीरेन्द्र किराडू,एडीएम सिटी पंकज शर्मा,भंवर व्यास,शुभम रंगा,भानू शर्मा व नरेश जोशी शामिल रहे।
प्रदर्शन कर जताया था विरोध,निकाला पैदल मार्च
लाइसेंस जारी करने में देरी करने के विरोध में पटाखा व्यवसायी सड़कों पर उतर आएं है और उन्होंने विरोध कर प्रशासन पर हठधर्मिता का आरोप लगाया है। बीकानेर फायर वक्र्स एसोसिएशन के बैनर तले किये गये प्रदर्शन में व्यापारियों ने कोटगेट से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च निकाल कर विरोध जताया। सचिव वीरेन्द्र किराडू की अगुवाई में किये गये इस प्रदर्शन में व्यापारियों ने काले कपड़े पहनकर व काली ध्वजाएं हाथ में लेकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान व्यापारियों ने आरोप लगाया कि दीपावली पर्व में अब एक सप्ताह का भी समय बाकी नहीं है। पूरे प्रदेश में पटाखा व्यवसासियों को लाईसेंसे देने की प्रक्रिया हो चुकी है। लेकिन बीकानेर में आज दिनांक तक लाईसेंस जारी नहीं किये। जिससे व्यापारी आर्थिक मंदी की मार झेलने को मजबूर है। किराडू ने कहा कि प्रदेश की सरकार दो साल बाद दीपावली को धूमधाम से मनाने का आह्वान कर रही है। वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन हठधर्मी रवैया अपनाएं हुए है। जिससे व्यापारियों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है।