बीकानेर.शहर को दो भागों में बांटने वाली रेलवे लाइन को पार करने के लिए फाटकों की परेशानी से अब स्थाई निजात मिल जाएगी। सांखला फाटक पर अंडरपास निर्माण के लिए रेलवे प्रशासन और नगर विकास न्यास ने ड्रॉइंग को अंतिम रूप दे दिया है। अंडरपास निर्माण शुरू करने के लिए दस फीट गहराई से मिट्टी के नमूने लेने का कार्य शुक्रवार को किया जाएगा। यहां करीब पांच मीटर चौड़ा और तीन मीटर गहराई का अंडर पास बनेगा। इसमें से कार जीप, एम्बुलेंस और बाल वाहिनी आसानी से निकल सकेंगी। ऐसा ही दूसरा रेलवे अंडरपास रानीबाजार फाटक पर बनाया जाना है। आमजन के लिए राहत की एक और बड़े काम को हरी झंडी मिली है। रेलवे पटरी के दोहरीकरण का सर्वे करने की मंजूरी मिल गई है। इससे भी शहरी क्षेत्र में ट्रेनों का आवागमन सुगम हो जाएगा।
बीकानेर से लालगढ़ रेलवे स्टेशन के बीच दोहरी रेल पटरी बिछाने के लिए सर्वे शीघ्र शुरू किया जाएगा। अभी मौजूदा रेलवे लाइन के सामानांतर एक और लाइन बिछाने के लिए जगह नहीं हैं। रेलवे की भूमि के पास की भूमि को आवाप्त कर रेलवे लाइन दोहरीकरण कराया जाएगा। हालांकि यह व्यावसायिक भूमि होने के चलते रेलवे को भूमि के बदले बड़ी राशि भूमि मालिकों को चुकानी पड़ेगी।
अभी केईएम रोड से रेलवे स्टेशन की तरफ जाने के लिए सांखला बालवाहिनी जैसे वाहन बिना फाटक और कोटगेट रेलवे फाटक बाधा के रेलवे लाइन के नीचे को पार करना पड़ता है। ट्रेनों के बने अंडरपास से निकल आवागमन के दौरान यहां पर वाहनों जाएंगे। लोगों को बड़ी राहत की कतार लग जाती है। गर्मियों में मिलेगी। इसी तरह रानी बाजार अंडर लोग धूप में खड़े परेशान होते हैं। पास से लोगों को रानीबाजार पुल से वाहनों का ईंधन जलता है और घूमकर नहीं आना पड़ेगा। पीबीएम प्रदूषण भी ज्यादा होता है। अंडरपास आने-जाने वाले मरीजों को बड़ी बनने से कार-जीप, एम्बुलेंस बालवाहिनी जैसे वाहन बिना बाधा के रेलवे लाइन के नीचे बने अंडर पास से निकल जाएंगे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी इसी तरह रानी बाजार अंडरपास से लोगों को रानी बाजार पुल से घूम कर नहीं आना पड़ेगा पीबीएम आने जाने वाले मरीजों को राहत मिलेगी।
अभी केवल एक समय एक ट्रेन ही बीकानेर प्लेटफार्म पर आवागमन कर पाती है। दोहरीकरण होने से दो ट्रेनें सामानांतर गुजर सकेंगी। इससे रेलवे फाटक कम बंद रहेगा।
अभी लालगढ़ से बीकानेर रेलवे स्टेशन के बीच करीब पांच किलोमीटर की दूरी में ट्रेन औसत 7 किलोमीटर प्रतिघंटा का समय ‘लगाती है। दोहरीकरण होने से साठ किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेन निकल पाएगी। करीब पांच से सात मिनट में ट्रेन बीकानेर स्टेशन से लालगढ़ स्टेशन पहुंच जाएगी।
रेलवे ट्रैक के विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है। शहरी क्षेत्र में पटरियों के आस-पास निजी भवन बने हुए हैं। ऐसे में विद्युतीकरण में भी परेशानी हो रही है। दोहरीकरण के लिए आस-पास की भूमि आवाप्त कर ट्रैक को चौड़ा कर लिया जाएगा। इससे विद्युतीकरण आसान और ज्यादा सुरक्षित हो जाएगा।
यूआइटी के अभियंता राजीव गुप्ता ने बताया कि सांखला फांटा पर बनने वाला रेलवे अंडरपास बिन्नाणी बिल्डिंग से शुरू होकर मटका गली के पास समाप्त होगा। इसके लिए रेलवे अपनी जगह देगा। अतिरिक्त आवश्यकता वाली भूमि को राज्य सरकार आवाप्त कर प्रभावितों को मुआवजा देगी। इस पर करीब दस करोड़ रुपए की लागत आएगी। निर्माण कार्य नगर विकास न्यास की ओर से कराया जाएगा। दूसरा रेलवे अंडरपास रानीबाजार फाटक पर बनेगा। यूआइटी की ओर से इसका निर्माण कार्य बरसात का सीजन समाप्त होने के बाद किया जाएगा। रेलवे से ब्लॉक लेने के लिए कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
तीन दशक पुरानी रेलवे फाटकों की परेशानी से तत्काल राहत देने के लिए केईएम रोड पर वन-वे व्यवस्था की गई। अब इसके स्थाई समाधान के प्रयास चल रहे हैं। ड्रॉइंग फाइनल हो गई है। शीघ्र ही अंडरपास का निर्माण शुरू करवाकर कम से कम अवधि में पूरा कराने का प्रयास रहेगा।-नीरज के. पवन, संभागीय आयुक्त बीकानेर
लालगढ़ रेलवे स्टेशन से बीकानेर स्टेशन के बीच रेलवे दोहरीकरण का कार्य कराया जाएगा। मेड़ता रोड-बीकानेर रेलवे दोहरीकरण का कार्य भी होना है। रेलवे ने सर्वे के लिए बजट जारी कर दिया है। सर्वे में दोहरीकरण के लिए आवश्यक भूमि आदि को चिन्हित किया जाएगा। लालगढ़ में वाशिंग लाइन व अन्य निर्माण कार्य भी होने हैं। दोहरीकरण से ट्रेनों को शहरी क्षेत्र से गुजरने में अनावश्यक लगने वाला समय बचेगा।-राजीव श्रीवास्तव, डीआरएम बीकानेर