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बीकानेर,राजस्थान सरकार द्वारा गोचरधाम में कब्जा धारियों को पट्टे जारी करने के निर्णय के विरोध में पूर्व सिंचाई मंत्री देवीसिंह भाटी के नेतृत्व में अनिश्चितकालीन धरना गोचरधाम पर पूर्व सिंचाई मंत्री देवी सिंह भाटी के सानिध्य”एवं “मानव धर्म प्रचार सेवा संस्थान एवं संत मनुजी महाराज के संयोजन में गोचरधाम मे “गौकथा व श्रीमद्भागवतगीता का वाचन बालसंत श्रीछैल विहारी जी महाराज के मुखारविंद द्वारा किया जा रहा है,।”आज श्रीगोकथा एवं श्रीमद्भगवद्गीता अशोक व्यास ने सपत्नीक पं रवि सारस्वत ने करवाया”।नवम दिवस की कथा मे श्रीमद्भागवतगीतासार व गोकथा का गोचरधाम प्रांगण मे रोजाना 4 बजे से5:30 बजे तक रोजाना ईश्वर ओर साधना टीवी यूट्यूब चैनल एव गोरबंन्द चैनल पर 1बजे से 3 बजे तक वाचन करते हुए बालसंत श्रीछैल विहारी महाराज ने गौकथा एवं अष्टावक्र महागीतासार एवं शिव कथा प्रसंग बतलाते हुए द्वादश ज्योतिर्लिंगों के प्रकट होने के संपूर्ण वृतांत बताए। तत्पश्चात गौ माता के संरक्षण संवर्धन प्रसंग द्वारा बताया।कि वर्तमान में कुप्रथा चली है, कि लोग गायों का पालन शहरी क्षेत्र में नहीं कर सकते सेवाभावी गौ भक्त कहते हैं कि शहर में आप गाय पालने नहीं देते।और खाली पड़े गोचर स्थलों पर सरकार अपनी वोट बैंक की खातिर अवैध कब्जे करवाकर लोगों को गोचर भूमि”पर बसाकर पट्टे देकर सरकारी खजाना भरोगे।और अपना वोटबैंक बनाओगे गोचर के नाम से” तो बताओ सनातन संस्कृति का संरक्षण सरकारी तंत्र कहां कर रहा है।अतः इसीलिए गौ माता का संरक्षण एवं संवर्धन राजनीति की भेंट नहीं चढना चाहिए। हर शहरी अपना नैतिक दायित्व समझकर गोसंवर्धन एवं संरक्षण हेतु गायमाता के हितों की रक्षा हेतु सबको मिलजुल कर एकजुट होकर संस्कृति एवं गौ माता की रक्षा करनी चाहिए। गाय कोई पशु नहीं है गाय हमारी माता है। और अपनी माता को कभी निराश्रित नहीं छोड़ना चाहिए। बेजुबान गौमाता कि दूराशीष लेने वाले कभी अपना जीवन शांति और सुकून से नहीं गुजार पाते हैं। तत्पश्चात श्रीमद्भगवद्गीता एवं गो कथा नवम दिवस की कथा में गाय के लिए गोचर संरक्षण एवं संवर्धन की महत्ता के बारे में बताया।(कथा प्रभारी देवकिशन चांडक देवश्री) ने बताया।कि गाय के गोचर के लिए अगर प्राणों की बलि भी देनी पड़े तो भी गाय और गोचर के लिए सदैव खड़े रहना प्रत्येक प्राणी का संकल्प होना चाहिए ।प्रत्येक शहरी ग्रामीण हर गो भक्तों को इसमें अपने तन मन धन से आहुति देकर सम्मिलित होना इस पुनीत अनुष्ठान की शोभा बढ़ाता है। कथा सेवा में अंशुमान सिंह भाटी गोगी बन्ना देवकिशन चांडक देवश्री रामकिशन आचार्य सुनील कुमार बांठिया दिनेश कुमार भूरमल सोनी,नितेश आसदेव कुनाल पारीक, आदि अतिथि व श्रदालुभक्तों की सेवा कर रहे हे।

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