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बीकानेर,स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय में दीक्षारम्भ कार्यक्रम का आयोजन विद्या मंडप सभागार में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के कुलपति डॉ मनमोहन सिंह चौहान व आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, अयोध्या के कुलपति डॉ बिजेन्द्र सिंह थे।कार्यक्रम की अध्यक्षता एसकेआरएयू कुलपति डॉ अरुण कुमार ने की।

मुख्य अतिथि आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, अयोध्या के कुलपति डॉ बिजेन्द्र सिंह ने कहा कि अक्सर देखनें में आता है कि विद्यार्थी अपने क्षेत्र के लोगों का गुट बना लेते हैं जबकि विद्यार्थियों को अलग अलग जगह से आए विद्यार्थियों से सीखना चाहिए। अपनी सराउंडिंग बढ़ानी चाहिए। जितने ज्यादा लोगों से संपर्क स्थापित करेंगे, जीवन में उतने ही सफल होंगे। उन्होने कहा कि कई बार विद्यार्थी अपनी समस्या खुलकर नहीं बता पाता। अंदर ही अंदर घुटने की बजाय समस्या को अपने दोस्तों, शिक्षक या माता पिता के साथ शेयर करनी चाहिए। हर समस्या का समाधान निकल सकता है।

गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर के कुलपति डॉ मनमोहन सिंह चौहान ने कहा कि हमें यहां से पढ़कर निकलने के बाद जॉब करने के बजाय जॉब प्रोवाइडर बनना है। उनको जॉब दें जिन्हें पढ़ने का मौका नहीं मिला, विश्वविद्यालय में आने का मौका नहीं मिला। इंटरप्रन्योर बनें। आप सब देश का भविष्य हैं। वर्ष 2047 आपकी तरफ देख रहा है। आप सब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समेत अन्य तकनीकों का उपयोग कर अच्छे साइंटिस्ट बनें। खुद को प्रोत्साहित रखें, स्मार्ट बनें, कम्युनिकेशन स्कील अच्छी रखें।

कुलपति डॉ अरुण कुमार ने कहा कि हमारे लिए सभी विद्यार्थी एकलव्य हैं। सभी डायमंड बने। लाइफ में गोल फिक्स करें और उसे हासिल करें और देश के नवनिर्माण में अपना योगदान दें। जीवन में सफलता का मंत्र ही टाइम मैनेजमेंट है। उन्होने बताया कि हॉस्टल्स में खाने की क्वालिटी को बहुत बेहतर किया गया है। साथ ही विद्यार्थियों को पढ़ने और खेलने को लेकर बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है।

कुलसचिव डॉ देवा राम सैनी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि जीवन में टाइम मैनेजमेंट सबसे महत्वपूर्ण है। ईश्वर सभी को दिन में 24 घंटे देता है। लेकिन इसका मैनेजमेंट बेहतरीन तरीके से कौन करता है। सफलता उसी में छिपी है। समय का भरपूर उपयोग करें। यह समय फिर नहीं आएगा, डोंट वेस्ट योर टाइम इत्यादि शब्दों को हमेशा अपने जेहन में रखें। साथ ही सुझाव दिया कि सप्ताह में एक दिन मेस-डे भी हो ताकि विवि के अधिकारी, शिक्षक भी बच्चों के साथ मेस में खाना खाकर उसकी क्वालिटी चेक कर सके।

इससे पूर्व स्वागत भाषण कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ पी.के.यादव ने देते हुए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए एसकेआरएयू की उपलब्धियों के बारे में बताया। साथ ही कहा कि दो सप्ताह तक चलने वाले दीक्षारम्भ कार्यक्रम में स्टूडेंट्स को विश्वविद्यालय के बारे में विस्तृत जानकारी दी जा रही है। आईएबीएम निदेशक डॉ आई.पी.सिंह और सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय की डॉ नीना सरीन ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।

कार्यक्रम में कृषि विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता, निदेशक, विभागाध्यक्ष, कृषि विज्ञान केंद्रों के वरिष्ठ वैज्ञानिक, प्रधान वैज्ञानिक, अध्यापकों व बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया। मंच संचालन डॉ सुशील कुमार ने किया।

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