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बीकानेर, शिक्षक संघ एलीमेंट्री सेकेंडरी टीचर एसोसिएशन (रेसटा) के प्रदेशाध्यक्ष मोहर सिंह सलावद के नेतृत्व में शिक्षको की ज्वलंत मांगो के समाधान के एडीएम सिटी पंकज शर्मा को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, शिक्षा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला व अपर मुख्य सचिव विद्यालय शिक्षा के नाम ज्ञापन दिया। संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष श्याम सुंदर बिश्नोई ने बताया की संघ की ओर से राज्य सरकार ने शिक्षकों की बहुप्रतीक्षित मांग को मानते हुए स्थानांतरण से प्रतिबन्ध हटा दिया इसके लिए साधूवाद,अब सरकार संवेदनशीलता दर्शाते हुए टीएसपी ओर नॉन टीएसपी क्षेत्र के तृतीय श्रेणी शिक्षकों की तबादला सुची जल्द जारी करवाएं। साथ ही शिक्षा विभाग में सभी वर्गो के शिक्षकों के स्थानांतरण बिना विधायकों की डिजायर के होवे व इसमें शिक्षको का बोर्ड परिणाम सहित उनके द्वारा किए गए कार्यों को स्थानांतरण में वरियता दी जाएं। क्योंकि डिजायर से शिक्षक न चाहते हुये भी राजनीतिक शिकार होता है,जो शिक्षक जैसे गरिमामय पद के लिए सही नही है।जिला प्रवक्ता पवन कुमार शर्मा व जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष सीता राम डूडी ने बताया की सरकार ने राज्य के 3828 माध्यमिक विद्यालयों को उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत कर लगभग साढ़े ग्यारह हजार व्याख्याताओं के पद स्वीकृत किए हैं I सभी नवक्रमोन्नत विद्यालयों में इस सत्र से ही कक्षा 11 व 12 में नियमित अध्यापन भी करवाने की मंजूरी दी गई और इन नव क्रमोन्नत विद्यालयों में व्याख्याताओं के समस्त पद रिक्त हैं तो दूसरी ओर गत दो वर्षों से वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता पदोन्नति शेष हैं। जबकि राज्य सरकार में न केवल प्रति वर्ष बल्कि पद रिक्त रहने पर वर्ष में दो बार पदोन्नति करने के आदेश दे रही हैं। अत: शिक्षा विभाग की लंबित समस्त पदों की पदोन्नति इस माह में ही सम्पादित की जाएं एवं प्राधानाचार्य व नव सृजित उप प्रधानाचार्य के 50% पदों पर सीधी भर्ती हो ,साल दर साल शिक्षा विभाग में गैर शैक्षणिक कार्यों को बढ़ाया जा रहा है। लगभग प्रत्येक माह नए गैर शैक्षणिक कार्यों का जिम्मा पीईईओ के माध्यम से शैक्षणिक कार्मिकों को दिया जा रहा है इसलिए बीएलओ सहित सभी प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्यों से शिक्षकों को मुक्त कराया जाएं। वरिष्ठ अध्यापक के अंतर मंडल तबादले होने पर वरिष्ठता का विलोपन नहीं हों। वर्ष 2011-12 की वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता पात्रता सूची निर्माण में आपके कार्यालय द्वारा राजस्थान लोक सेवा आयोग के प्राप्तांको को आधार बनाया गया था । जबकि वर्ष 2012-13 की पात्रता सूची निर्माण में राजस्थान लोक सेवा आयोग की भेजी गई अभ्यर्थना को आधार बनाया गया है । इस प्रकार प्रतिवर्ष पात्रता के लिए अलग-अलग मापदण्ड तय किए गए। वर्ष 2012-13 में राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित हिन्दी, अंग्रेजी और विज्ञान विषयों के अभ्यार्थियों की नियुक्ति सितम्बर 2012 में एवं गणित व सामाजिक विज्ञान विषयों के अभ्यार्थियों की नियुक्ति जनवरी 2013 में हुई। इसके बावजूद विभाग द्वारा पात्रता सूची निर्धारण में गणित एवं सामाजिक के अभ्यार्थियों को वरियता दी गई है, जो नियम विरुद्ध है। इन विषयों के अभ्यार्थियों के प्राप्तांक भी हिन्दी, अंग्रेजी और विज्ञान विषय में चयनित अभ्यर्थियों से निम्न है तथा नियुक्ति भी 4 माह पश्चात हुई है। लेकिन 2012-13 में त्रुटिपूर्ण तरीके से निर्मित पात्रता सूची से उच्च प्राप्तांक वाले अभ्यार्थियों की पदोन्नति निम्न प्राप्तांक वाले अभ्यार्थियों के बाद में हो रही है, जो प्रासंगिक नहीं हैं। वर्ष 2011-12 की भांति वर्ष 2012-13 की वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता की वरिष्ठता सूची राजस्थान लोक सेवा आयोग के प्राप्तांको के आधार पर बनाने की मांग की गई। ज्ञापन देने वालों को संघ के प्रदेशाध्यक्ष मोहर सिंह सलावद, प्रदेश कोषाध्यक्ष श्याम सुंदर बिश्नोई,जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष सीताराम डूडी, जिला प्रवक्ता पवन कुमार शर्मा,जिला महासचिव संजीव कुमार यादव, जिला सभाध्यक्ष गोपाल शर्मा, जिला प्रतिनिधि पवन कुमार आदि शामिल रहें।

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