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बीकानेर,बीकानेर के तीन कर्मचारी नेताओं ने काफी पहले ही सरकार को चेतावनी दी थी कि अगर समय रहते 3600 का ग्रेड पे नहीं दिया तो बीकानेर से जयपुर पैदल जाएंगे। सरकार ने दस अक्टूबर तक मांग नहीं मानी तो तीन कर्मचारी नेता यहां से पैदल रवाना हो गए। अब तक करीब सत्तर किलोमीटर की यात्रा पूरी कर चुके हैं। आश्चर्य की बात है कि इनमें एक 65 वर्षीय रिटायर्ड कर्मचारी भी पैदल जा रहे हैं।अखिल राजस्थान बाबू एकता मंच के पदाधिकारी मदन मोहन व्यास, गिरजा शंकर आचार्य और कमल कुमार आचार्य बुधवार को बीकानेर से पैदल रवाना हो गए। इनमें मदन मोहन व्यास रिटायर्ड कर्मचारी है। इसके बाद भी साथी कर्मचारियों की मांग के लिए बीकानेर से जयपुर की सवा तीन सौ किलोमीटर पैदल निकल पड़े हैं। इन्हीं में एक कर्मचारी गिरजा शंकर आचार्य की पत्नी और बेटी दोनों का स्वास्थ्य खराब है, जिस दिन रवाना हुए, उस दिन अस्पताल में भर्ती थे। इसके बाद भी आचार्य जयपुर पैदल निकल गए। उनका कहना है कि कर्मचारियों से वादा किया है तो निभाना पड़ेगा।

क्या है इनकी डिमांड
दरअसल, प्रदेशभर के सरकारी मंत्रालयिक कर्मचारी कभी सबसे ज्यादा ग्रेड पे लेते थे लेकिन धीरे धीरे इनका वेतन अन्य कर्मचारियों की तुलना में कम होता चला गया। अब ये कर्मचारी भी 3600 के ग्रेड पे की मांग कर रहे हैं।शिक्षा विभाग के कर्मचारी नेता राजेश व्यास का कहना है कि प्रदेशभर के लाखों कर्मचारियों को इस ग्रेड पे का लाभ मिल सकता है। वर्ष 1950 से लेकर 1989 तक जिन संवर्ग से मंत्रालय कर्मचारी वेतनमान में आगे था वह अब ज्यादा पिछड़ गया है। मंत्रालय कर्मचारी तृतीय श्रेणी अध्यापक, आयुर्वेदिक कंपाउंडर, रेडियोग्राफर, पुस्तकालय अध्यक्ष, पशुपालन कंपाउंडर, प्रूफ रीडर आदि अनेक संवर्ग से या तो आगे था या बराबर था जबकि आगे आने वाले वेतनमान में लगातार पिछड़ता रहा।रास्ते में हो रहा स्वागत
इन कर्मचारी नेताओं का गांवों में, कस्बों में हर जगह स्वागत हो रहा है। श्रीडूंगरगढ़, रतनगढ़, फतेहपुर, सीकर और जयपुर पहुंचने पर कर्मचारी नेताओं का स्वागत करने के लिए कार्यक्रम बन रहे हैं। इन कर्मचारियों का कहना है कि सरकार का ध्यान आकृष्ट होने के साथ ही कर्मचारी भी इस मांग को संगठित होंगे।

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