Trending Now












बीकानेर,ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद शोकाकुल बीकानेर के रिटायर्ड बैंकर भारत भूषण गुप्ता ने दिवंगत महारानी को अनोखे अंदाज में याद करते हुए श्रद्धांजलि दी.महारानी को याद करते हुए महारानी एलिजाबेथ से जुड़े विशेष मुद्रा संग्रह को बस निहार रहे हैं. अपने घर को ही डाक टिकट म्यूजियम बना चुके लोग भी उनके घर पहुंचकर महारानी को श्रद्धांजलि दे रहे है.

रिटायर्ड बैंकर के पास अब बस याद रह गई
दुनिया में आपने अलग अलग तरह के संग्रह देखे होंगे लेकिन आज हम आपको महारानी एलिजाबेथ से जुड़े विशेष मुद्रा संग्रह से रूबरू करवाते है. ये संग्रह बीकानेर के रिटायर्ड बैंकर ने किया है. भारत भूषण ने अपने घर को ही डाक टिकट के म्यूजियम में तब्दील कर दिया है. भारत भूषण के कलेक्शन को देख आप दंग रह जाएंगे.

भारत भूषण के कलेक्शन को देख आप दंग रह जाएंगे
ये वही महारानी जिसका तीन महाद्वीपों के सोलह देश पर राज करती थी. आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा जैसे देशों की मुद्रा में इनका फोटो छपता है.

इंगलैंड की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का दिनांक 8 सितम्बर 2022 को 96 वर्ष की उम्र में निधन हुआ. विश्व मे राजशाही का यह अनुपम उदाहरण है कि आज भी विश्व के तीन महाद्वीपों के 16 देशों की वे महारानी थी. इंगलैंड, कनाडा, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड जैसे देशों की मुद्रा मे उनका फोटो छपता था.

महारानी से जुड़ी बहुत यादें है
बीकानेर के रिटायर्ड बैंक मैनेजर भारत भूषण गुप्ता जो कि भारतीय एवं विदेशी करेंसी सिक्के एवं डाक टिकटों का संग्रह करते हैं उनके पास महारानी से जुड़ी बहुत यादे हैं उनके संग्रह में महारानी के चित्र वाले विभिंन्न देशो के करेंसी नोट सिक्के एवं डाक टिकट हैं. जैसे इंग्लैण्ड आस्ट्रेलिया कनाडा हांगकांग आदि इंग्लैंड के सिक्कों एवं डाक टिकट की विशेषता है कि इन पर देश का नाम मुद्रित नहीं होता है महारानी का फोटो ही होता है. जबकि अन्य सभी देशों की मुद्रा में देश का नाम अवश्य होता है. गुप्ता जी के पास अब तक जारी लगभग सभी मूल्यवर्ग के सिक्के एवं डाक टिकट हैं.

दुर्लभ सिक्का भी है
1971 मे जारी TWO NEW PENCES का एक दुर्लभ सिक्का भी गुप्ता जी के संग्रह मे है जिसकी कीमत हजारों मे है. आस्ट्रेलिया कनाडा हांगकांग के सिक्कों मे महारानी के फोटो के साथ देश का नाम भी मुद्रित है. हमारी राष्ट्रपति मुर्मूजी भी महारानी के अंतिम संस्कार मे सम्मिलित होने लंदन जा रही है.

गुप्ताजी ने अपने घर पर ही नोट सिक्के एवं डाक टिकटों के माध्यम से उन्हें श्रद्धा सुमनअपर्ण कर रहे हैं एवं घर पर आने वालों को सब कुछ बता रहे हैं पिछले पचास वर्षों से वे संकलन का कार्य कर रहे हैं एवं आने वाली पीढ़ी को अपनी विरासत से रुबरु करवा रहे हैं. बहुत कम लोगों के पास ही महारानी से जुड़ा इतना बड़ा संग्रह होगा. बैंक आफ इंग्लैंड ने नोट मे महारानी ने वह मुकुट भी पहन रखी हैं जिसमे कोहिनूर हीरा जड़ा हुआ है.50 वर्ष से संग्रह करते आ रहे
बता दें कि भारत भूषण पिछले 50 वर्ष से डाकटिकट का संग्रह करते आ रहे हैं. आज उनके देस से लेकर विदेश तक के डाक टिकटों का कलेक्शन है. भारत भूषण के मुताबित उन्हें डाक टिकट संग्रह करने का आइडिया तब आया, जब वह बैक में काम करते थे. उस दौरान उनके पास अलग-अलग प्रकार के डाक टिकट आते थे. उन डाक टिकटों को देखकर उन्होंने टिकट कलेक्शन करने का फैसला लिया था.

Author