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जयपुर।भारतीय जनता पार्टी की ओर से वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी को राजस्थान की राज्य सभा चुनाव सीट से उम्मीदवार बनाया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। खासतौर से पार्टी के अंदर खाने कोई इस फैसले का खुलकर समर्थन कर रहा है, तो कोई सांकेतिक भाषा से या चुप्पी साधकर ‘मौन’ ऐतराज़ जता रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी तिवाड़ी की उम्मीदवारी को लेकर मिली-जुली राय व्यक्त की जा रही है।

गौरतलब है कि भाजपा ने घनश्याम तिवाड़ी को राज्यसभा उम्मीदवार बनाकर एक साथ कई संदेश दे दिए हैं। दरअसल, तिवाड़ी पूर्व में वसुंधरा राजे से अनबन, फिर पार्टी छोड़कर नई पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने और फिर कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने को लेकर सुर्ख़ियों में बने रहे हैं। हालांकि भाजपा में री-एंट्री के बाद तिवाड़ी को अब राज्यसभा उम्मीदवार बनाकर फिर से मुख्य धारा में लाया गया है।

वसुंधरा ने नहीं दी अलग से बधाई
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का राज्यसभा उम्मीदवारों को ट्वीट के ज़रिये दी गई बधाई चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल, राजे ने भाजपा की ओर से घोषित सभी राज्यसभा उम्मीदवारों को संयुक्त रूप से एक ट्वीट के ज़रिये शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने राजस्थान से राज्यसभा उम्मीदवार घनश्याम तिवाड़ी को लेकर अलग से कोई शुभकामना सन्देश जारी नहीं किया, जो पार्टी कार्यकर्ताओं और सोशल मीडिया यूज़र्स के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।

वसुंधरा खेमे के नेताओं की भी ‘चुप्पी’
वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी की राज्यसभा उम्मीदवारी को लेकर वसुंधरा राजे खेमे से जुड़े नेताओं के ‘वर्चुअल प्लेटफॉर्म्स’ भी मौन हैं। राजे की ही तरह उनके गुट के माने जाने वाले पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी, राजपाल सिंह शेखावत, भवानी सिंह राजावत के अलावा पूर्व विधायक प्रह्लाद गूंजल और अशोक परनामी सरीखे नेताओं ने भी किसी तरह की ट्वीट शुभकामना जारी नहीं की है। हालांकि इन नेताओं के प्रतिदिन के नियमित ट्वीट्स जारी हो रहे हैं। यही कारण है कि पार्टी के एक धड़े के वरिष्ठ नेताओं की ‘चुप्पी’ पार्टी के फैसले पर सवाल खड़े करने के संकेत दे रही है।

… इधर तिवाड़ी बोले, ‘सबसे पहला फोन ही राजे का आया’
वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी की राज्यसभा उम्मीदवारी की घोषणा होने के बाद से उनके पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से रिश्ते की चर्चाएं भी ज़ोर पकड़े हुए हैं। इस बीच इन सवालों पर तिवाड़ी की मीडिया को दी गई ताज़ा प्रतिक्रियाएं भी चर्चा में हैं। तिवाड़ी ने मीडिया इंटरव्यू में कहा कि उन्हें वसुंधरा राजे विरोधी करार देने की बातें निराधार हैं।

तिवाड़ी ने कहा कि प्रत्याशी बनाए जाने के बाद सबसे पहला फोन और शुभकामना ही वसुंधरा राजे की मिली थी। उन्होंने बताया कि प्रत्याशी घोषित होने से एक दिन पहले ही राजे ने फोन कर कहा था कि आपको प्रत्याशी बनाया जा रहा है, मैं आपको इसके लिए शुभकामनाएं देती हूं। तिवाड़ी ने कहा हमारे संबंध अच्छे हैं। मुझे प्रत्याशी बनाया जाना ना किसी खेमे की पराजय है और ना ही जीत है। ये सर्वसम्मति से लिया गया पार्टी का निर्णय है।

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