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बीकानेर,शहर से ग्रामीण अंचल तक चोर शोर मचा रहे है। चोरों पर पुलिस लगाम नहीं लगा पा रही है। हालात इस कदर खराब है कि अब तो हर दिन चोरी की एक वारदात को चोर अंजाम दे रहे है। अब चोरों ने फिर से नयाशहर थाना क्षेत्र में वारदात की है। चोर लाखों का सामान व नकदी ले गए। पीडि़त रामपुरा बस्ती गली नंबर दो निवासी दुर्गादत्त भार्गव ने नयाशहर थाने में मामला दर्ज कराया है। वहीं सदर थाना क्षेत्र से बाइक चोरी हुई है। नयाशहर पुलिस के अनुसार पीडि़त ने बताया कि वह मूलरूप से लाड़नूं का रहने वाला है, यहां बीकाजी की कंपनी में काम करता है। रामपुरा बस्ती गली नंबर दो में लालचंद के मकान में किराए पर रहता है। मंगलवार को वह काम पर चला गया और उसकी पत्नी पीहर चली गई। शाम को वापस आए तो घर का सारा सामान बिखरा हुआ था। सामान चेक किया तो सोने का मंगलसूत्र, नाक की बाली, कानों के सोने झाले, चांदी की पायजेब गायब थी। नयाशहर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना कर साक्ष्य सबूत जुटाए। वहीं नाल थाना क्षेत्र के कावनी गांव हाल सुभाषपुरा निवासी हाजी मोहम्मद पुत्र जंगीर खा पडि़हार ने सदर थाने में बाइक चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। उसने बताया कि 20 मार्च की सुबह तीर्थस्तंभ के पास बाइक खड़ी की थी, वहां से कोई अज्ञात व्यक्ति चुरा ले गया।

छत के रास्ते घुसे चोर

परिवादी ने बताया कि पीडि़त ने बताया कि वह किराए के मकान में रहता है। घर आधा कच्चा-पक्का है। घर की छत पर एक लोहे की झाली लगी हुई है। चोर छत पर लगी झाली को हटाकर घर में घुसे। वारदात को अंजाम देने के बाद वापस उसी रास्ते से चले गए। चोरों की फिंगर प्रिंट मिले हैं। छत पर लगी पानी की टंकी पर चोरों के हाथों के निशान पाए गए हैं। 21 दिन में 18 बाइक चोरी, 11 घर-दुकानों में चोरी पुलिस में दर्ज आंकड़ों की मानें तो बेहद डरावने हैं। पिछले 21 दिनों जिलेभर से 18 बाइक चोरी और घर-दुकान व गोदाम सहित अन्य चोरी के 11 मामले दर्ज हो चुके है। अब तो िस्थति यह है कि बाइक तो पलक झपकते ही चोरी हो रही है। ऐसा प्रतीत होता है कि बाइक चार ताक में ही बैठे रहते है। बाइक चोरी सर्वाधिक भीड़भाड़ वाले इलाकों से हो रही है।

चोरियां रोकने में पुलिस की योजना फेल

चोरी की वारदातों को रोकने के लिए जिला पुलिस के पास कोई खास योजना नहीं है। पुलिस केवल योजनाओं को कागजों में चला रही है। नतीजन चोरी की वारदातें घटने के बजाय बढ़ रही है। पुरानी लाखों रुपए की चोरी की वारदातें पुलिस खोल नहीं पा रही है। चोरी की घटनाएं बढ़ने की सबसे बड़ी वजह पुलिस की अनदेखी और लापरवाही है।

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