अलवर जिले के राजगढ़ रेलवे स्टेशन पर गुरुवार रात करीब साढ़े आठ बजे एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें डबल डेकर ट्रेन से कट कर तीन युवकों की मौत हो गयी. एक छोटी से गलती ने तीनों की जिंदगी का सफर पटरी पर खत्म कर दिया.हाथों में कोल्डड्रिंक के ग्लास लिए तीनों दोस्त एक साथ बैठे थे, कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा की बात कर रहे थे. तीनों पुलिस में भर्ती होना चाहते थे, लेकिन किसी को क्या पता था रेलवे स्टेशन पर बैठकर ली गई यह सेल्फी उनके जीवन की आखिरी पिक्चर होगी. ये तीन युवक विक्रम, लालजी और बबलेश हैं. तीनों स्टेशन पर बैठे थे और गर्मी से राहत पाने के लिए कोल्ड ड्रिंक पी रहे हैं.
यहां दोस्तों ने एक सेल्फी ली, तीनों को राजगढ़ से पैसेंजर ट्रेन से जयपुर जाना था. स्टेशन पर परीक्षा की वजह से भारी भीड़ थी, जैसे ही इन्हें सूचना मिली कि गाड़ी आने वाली है. ये ट्रेन के दूसरी तरफ चढ़ने के लिए प्लेटफार्म से उतर कर पटरी की दूसरी तरफ चले गए, लेकिन वह गलत पटरी पर खड़े हो गए. जिसपर अलवर की तरफ से तेजगति से आ रही डबल डेकर ट्रेन से उनके चिथड़े उड़ा दिए.
घटना की जानकारी मिलते ही जीआरपी व राजगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मृतकों की शिनाख्ती के साथ शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. मृतकों की पहचान अलवर जिले के टहला थाना क्षेत्र के प्रधानों का ग्वाडा देवता निवासी विक्रम पुत्र कैलाश मीणा, लाल जी पुत्र मदन मीणा व घेवर निवासी बबलेश पुत्र शम्भूदयाल के रूप में हुई. तीनों के शव मोर्चरी में पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिए गए.
मृतको में लालजी नामक युवक ने अपने फेसबुक अकाउंट पर रेलवे स्टेशन पर ली सेल्फी को अपलोड करते हुए लिखा “चल दिया पुलिस बणबा”, राजगढ़ टेंशन मगर यह सेल्फी उनकी आखिरी सेल्फी बन गयी. लाल जी अपने माता पिता की इकलौती संतान था.