बीकानेर,बीकानेर पट्टों को लेकर पिछले दो साल से आयुक्त-मेयर के बीच लगातार विवाद रहा।
शुक्रवार काे पहली बार अलग तस्वीर सामने आई। दाेनाें ने सामूहिक रूप से पट्टा महाेत्सव का आयाेजन किया और 29 आवेदकों (जिनके पट्टे हाल ही में मंजूर किए गए थे) उन्हें उनके पट्टे समारोह में दिए। 2021 में सरकार ने प्रशासन शहराें के संग अभियान शुरू किया। शुरू में कार्यवाहक आयुक्त पंकज शर्मा और बाद में आईएएस अभिषेक खन्ना के समय सब संतुलित था। बीच में ए.एच. गाैरी काे भेजा। लेकिन गाेपालराम विरदा के समय से मेयर और आयुक्त के बीच पट्टाें काे लेकर इतना बवाल हुआ कि डीएलबी और सरकार तक मामला पहुंच गया। मेयर ने आयुक्त पर सरकार के पास पट्टाें के झूठे आंकड़े पेश करने का आराेप तक लगाया। उसके बाद फाइलों के गायब होने का सिलसिला शुरू हुआ।
नए आयुक्त केसरलाल मीणा के आते ही निगम में तमाम तब्दीली हुई। तमाम गुम हुई फाइलें सामने आने लगी। केसरलाल मीणा के आने के बाद 170 फाइलें पट्टाें की ऐसी बाहर आई जाे चार से छह महीने से एक ही जगह पर रुकी थी। उनका अंतिम मूवमेंट ही चार महीने पहले का थाा। हालांकि उसमें से मेयर ने सारी ताे मंजूर नहीं की। कुछ में कमियां बताकर निगेटिव मार्किंग कर दी बावजूद इसके करीब 29 पट्टे बने और शुक्रवार काे पट्टा महाेत्सव नाम देकर समाराेह में पट्टे वितरित किए। इसमें संभागी आयुक्त नीरज के पवन और कलेक्टर भगवती प्रसाद काे भी बुलाया लेकिन खाजूवाला में स्थिति कंट्राेल करने के लिए दाेनाें वहां चले गए। इसलिए मेयर सुशीला कंवर, आयुक्त मीणा और उपायुक्त राजेन्द्र ने सभी काे पट्टे बांटे। मेयर-आयुक्त ने कहा कि जल्दी और पट्टे भी बनकर तैयार हाेंगे।