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बीकानेर,27 दिसंबर की रात से दिल्ली में भी नाइट कफ्र्यू लागू हो गया है। यानी रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक सब कुछ बंद रहेगा। ऐसी पाबंदियां गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में पहले ही लग चुकी हैं। असल में कोई भी प्रदेश नहीं चाहता था कि नव वर्ष के जश्न की आड़ में कोरोना संक्रमण को बढ़ावा मिले। जब होटल रिसोर्ट आदि रात 11 बजे बंद हो जाएंगे तब नव वर्ष के जश्न के लिए लोग एकत्रित भी नहीं होंगे, लेकिन नव वर्ष का जश्न मनाने के लिए उतावले हो रहे लोगों के लिए यह खुशखबरी है कि राजस्थान में नाइट कर्फ्यू की कोई पाबंदी नहीं है। जश्न मनाने वाले लोग रात भर राजस्थान के किसी भी होटल रिसोर्ट आदि में मौज मस्ती कर सकते हैं। अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने जो नाइट कर्फ्यू लगा रखा है, वह सिर्फ कागजों में। सरकार ने नाइट कर्फ्यू की क्रियान्विति के आदेश नहीं दिए हैं। यही वजह है कि पड़ोसी राज्यों के लाखों लोग नव वर्ष का जश्न मनाने के लिए राजस्थान आ रहे हैं। इससे प्रदेश के प्रमुख शहरों और पर्यटन स्थलों पर भीड़ लग गई है। नव वर्ष के जश्न मनाने को उतावले लोगों की भीड़ को देखते हुए होटल और रिसोर्ट के मालिकों ने किराए में वृद्धि कर दी है। कोरोना काल में जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई नव वर्ष के मौके पर की जा रही है। नाइट कर्फ्यू पर अमल नहीं होने के कारण जश्न मनाने वाले तो खुश हैं ही साथ ही होटल और रिसोर्ट वाले भी सीएम गहलोत का आभार जता रहे हैं। इसके साथ ही कोरोना का वायरस भी प्रफुल्लित है। भीड़ में भी वायरस को फैलने का मौका मिलता है। राजस्थान के चिकित्सा वैज्ञानिक भी कह चुके हैं कि भीड़ वाले आयोजन बंद होने चाहिए, लेकिन गहलोत सरकार ने अपने चिकित्सा वैज्ञानिकों की सलाह को गंभीरता से नहीं लिया है। कुछ लोग नाइट कर्फ्यू की पाबंदियों को मजाक में ले रहे हैं। ऐसे लोगों का सवाल है कि क्या कोरोना संक्रमण रात को ही फैलता है? सवाल यह नहीं है कि संक्रमण कब फैलता है। सवाल यह है कि हम संक्रमण से कैसे बच सकते हैं? नव वर्ष का जश्न मनाने वाले संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आएंगे तो हम भी संक्रमित होंगे। अच्छा हो कि जश्न मनाने के लिए लोग एकत्रित ही न हो। मौजूदा समय में नाइट कर्फ्यू का मकसद सिर्फ नव वर्ष के जश्न को रोकना है। जो लोग मजाक कर रहे हैं उन्हें राजस्थान से बाहर आए लोगों की संख्या देखनी चाहिए। राजस्थान सरकार के रवैये की वजह से पूरा प्रदेश नव वर्ष के जश्न का हब बन गया है। आने वाले दिनों में इसके परिणाम घातक होंगे। सरकार भले ही पाबंदियां न लगाए, लेकिन स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने वालों को स्वयं भीड़ वाले स्थानों से बचना चाहिए। जहां तक प्रदेश में कोरोना संक्रमण की बात है तो यह तेजी से फैल रहा है। नए वेरिएंट ओमिक्रोन के मरीजों की संख्या भी प्रतिदिन बढ़ रही है।

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