बीकानेर,बीकानेर में रेलवे फाटकों की समस्या सात दशकों से है और समय समय पर इसके समाधान हेतु जन आंदोलन भी हुए हैं। हाल ही में अंडरपास बनाने की चर्चा चली , जिसका विभिन्न संगठनों / वर्गों ने विरोध किया है। समाचार पत्रों में रेलवे स्टेशन पर 500 करोड़ रू की लागत से दस मंज़िला बिल्डिंग में सिनेमाहाल तथा माल बनाने की खबर आयी है। जिससे काफ़ी समय से आन्दोलनरत जन समुदाय सक्रिय हुआ और ग़ैर राजनौतिक जनसमूह के नाम से व्यापारी, कर्मचारी और आमजन ने रेलवे मंडल प्रबंधक कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन कर रेलवे फाटक के प्रतीक का पुतला फूंका। जनता को संबोधित करते हुए योगी जी ने कहा कि स्टेशन रोड पर स्थित मॉल की दुकानें अभी भी ख़ाली पड़ी हैं , शहर के पांच प्रमुख सिनेमाहाल बंद हो गये हैं। ऐसी स्थिति में स्टेशन पर सिनेमा व बाज़ार बनाना हास्यास्पद एवम् जनता की कमाई का दुरुपयोग है।
शहर की प्रमुख समस्या 50 बार बंद होने वाला रेलवे फाटक है जबकि सरकार रेलवे स्टेशन के सौंदर्यकरण के नाम पर सैंकड़ों करोड़ रुपये फूंकना चाहती है।
शहर के सामाजिक संगठनों , व्यापारिक संघों, ट्रेड यूनियनों, छात्र संगठनों और अन्य संस्थाओं से संपर्क कर आंदोलन तेज किया जायेगा। योगी के साथ सुरेश शर्मा, अनिल व्यास, सुरेश गहलोत, राजू मूलचंदानी ने डीआरएम को इस विषय में ज्ञापन भी दिया।
प्रदर्शन में नलिन सारवाल, जगदीश गुल्लू, राज कुमार भाटिया,भवानी शंकर, विजय शंकर, राम अवतार, प्रेम गहलोत, अमित गहलोत, राजू संखला, अरुण साँखला,बजरंग बंजारा, दिनेश जी, दर्शन लाल, कमलेश मारू, सुरेश बंजारा, अमित गहलोत, खुशनूद अहमद, ताबीज् बेग, ने भाग लिया