










नागौर। ट्रेन में सफर कर रही अकेली महिलाओं से यात्री बन जान-पहचान बढ़ा चोरी करने वाली ट गैंग का खुलासा हुआ है। त्रक्रक्क ने इस गैंग के चार चोरों को भी गिरफ्तार किया है। 25 दिन पहले जयपुर- सूरतगढ़ ट्रेन में भी कुचामन से डेगाना की यात्रा कर रही एक महिला के सूटकेस में रखे सोने-चांदी के गहनों की चोरी हो गई थी। महिला ने बताया था कि उसके पास चार-पांच युवक आकर बैठे थे और बातचीत करते हुए उन्होंने उसके सूटकेस को सीट के नीचे से निकाल ऊपर रख दिया था। इसी मामले में कार्रवाई करते हुए त्रक्रक्क ने इन चारों को पकड़ा है। फिलहाल इनसे पूछताछ कि जा रही है। अभी कई वारदातों के खुलने कि संभावना है।
हेमसिंह ने बताया कि बीकानेर- दादर में गश्त के दौरान स्पेशल त्रक्रक्क टीम के अनिल कुमार द्वारा तीन चार जनों को संदिग्ध देखा गया। इस पर तुंरत सूचना त्रक्रक्क नागौर चौकी के सिपाही दिलीप विश्नोई को दी गई। इसके बाद दोनों ने मिलकर मेड़ता रोड रेलवे स्टेशन पर घेराबंदी कर चारों संदिग्धों अलीगढ़ देवीनगला निवासी विजय यादव, नगलाकाशी निवासी धर्मेंद्र यादव, हाथरस निवासी ललजीत यादव, और वीनामई निवासी उपेन्द्र यादव को पकड़ लिया।सभी आरोपी यूपी के है। पूछताछ में इन्होने 25 दिन पहले जयपुर- सूरतगढ़ ट्रेन में चोरी कि वारदात कबूल कर ली।
ऐसे करते है चोरी
इस गैंग के चोर पैंसजर ट्रेनों में सफर के दौरान अकेली राजस्थानी वेशभूषा वाली महिलाओं से जान पहचान बनाते है। इसके बाद मास्टर चाबी से लॉक खोलकर चोरी को अंजाम देते है। यात्रियों को यात्रा के दौरान अपने सामान चोरी होने का तुंरत पता नहीं चलता है। घर जाकर चेक करने पर चोरी होने का पता चलता है।
