
बीकानेर,मानव धर्म प्रचार सेवा पारीक चौक बीकानेर ओर डॉ रजत ललित सिंगारिया’ एमडी गोविंदम हॉस्पिटल एंड न्यूरो सेंटर, के संयुक्त तत्वाधान में संपूर्ण शहर स्कूलों कॉलेज एवं होली के उत्सव स्थलों पर में हो रहे भागवत कथा श्रवण माध्यम द्वारा 5000 पौधा वितरण के साथ 165 से अधिक देशो मे प्रसारण हो रही भागवत कथा साधना यूट्यूब चैनल और ईश्वर टीवी चैनल पर प्रसारित भागवत कथा की आज श्रीभागवत बासा भवन प्रांगण स्टूडियो में सात दिवसीय भागवतकथा की पूर्णाहुति की गई। सातवें दिवस की कथा वाचन करते हुए बालसंत श्रीछैल विहारी जी ने आज भगवान कृष्ण एवं रुक्मणी के विवाह प्रसंग की झांकी दर्शन के साथ विस्तृत कृष्ण रुक्मणी विवाह की व्याख्या की।ओर भगवान का रुक्मणी के साथ विवाह प्रसंग को बतलाया।तत्पश्चात भगवान कृष्ण एवं सुदामा के मित्रता के प्रसंग के बारे में विस्तृत व्याख्या करते हुए बतलाया।कि स्वार्थपूर्वक की गई मित्रता की अवधि लंबी नहीं होती।अतः प्रत्येक जीवआत्मा को निस्वार्थ मित्रता रखनी चाहिए। क्योंकि जीवन में केवल एक यही संबंध ऐसा होता है। जो कि आप संसार में आकर स्वंय बनाते हैं। उस पवित्र संबंध का नाम है मित्रता। मित्र वह जो आपकी दुख भरी परिस्थिति एवं विकट परिस्थिति में आपके साथ सदैव खड़ा रहे। तत्पश्चात नो योगेश्वर कथा संवाद दत्तात्रेय प्रसंग द्वारा 24 गुरुओं की कथा की व्याख्या करते हुए बतलाया..कि गुरु वो है जो आप को अंधकार से निकालकर प्रकाश की ओर ले जाए।ओर आपके जीवन में आए हुए अंधकार रूपी जीवन को संस्कार रूपी शिक्षा देकर सतमार्ग ओर प्रकाश की ओर ले जाए।। तत्पश्चात कथा प्रभारी मनु जी महाराज ने बताया कि भागवत प्रसारण के मुख्य सहयोगी डॉ रजत ललित सिंगारिया और भागवत कथा और पर्यावरण में पौधा वितरण में नितेश आसदेव कुणाल नंदिनी, सीमा पुरोहित पर्यावरण संवर्धन पौधा वितरण मेंअपनी सेवा दे रहे थे।