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बीकानेर,गर्मी का सीजन शुरू होते ही बीकानेर के घर-घर में आम की महक आने लगती है। हर कोई आम खाने के लिए लालायित रहता है। परन्तु इस बार सीजन में आम के दाम आसमान छू रहे है। साथ ही स्वाद में भी ज्यादा अच्छे नहीं है। बाजार में सफेदा आम की आवक हो रही है। लेकिन इसका जायका लंगड़ा आम जैसा नहीं है। बीकानेर, नागौर, जोधपुर तथा जैसलमेर के लोग लगंड़ा आम के ही शौकीन है। अब आम के शौकीन लोगों को उम्मीद है कि 15 मई के बाद लंगड़ा आम का स्वाद चखने को मिलेगा।

इस बार आम की फसल कमजोर रही है। व्यापारियों का कहना है कि जब खेतों में आम के फूल आने शुरू हुए तो मौसम खराब हो गया। जिससे फूल गिर गए और आम का उत्पादन कम रह गया। इसकी फसल को तैयार होने में करीब एक साल लगता है। गत दो सालों से कोविड के कारण भी किसान खेतों में नहीं जा सके। इससे भी पेड़ों की कटाई-छंटाई ठीक से नहीं होने का असर उत्पादन पर पड़ा है।

बीकानेर में गुजरात, हैदराबाद तथा उत्तरप्रदेश से आम आमे है। अभी हैदराबाद से सफेदा आम सर्वाधिक आ रहा है। जबकि गुजरात तथा उत्तरप्रदेश से आम की आवक शुरू नहीं हो पाई है। गुजरात से लंगड़ा आम शीघ्र ही आना शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके बाद उत्तरप्रदेश के आम की बारी आती है। यह आम जुलाई के अंतिम सप्ताह तक आएंगे। बरसात शुरू होने के बाद लोग आम खरीदना कम कर देते हैं।

बीकानेर में लंगड़ा, सफेदा, दसेरी तथा तोतापुरी आदि किस्मों के आम आते है। हालांकि केसर आम में मिठास अधिक होती है, लेकिन यह आम गुजरात में ही बिक जाता है। इस वजह से यहां इसकी आवक नहीं होती है।

लंगड़ा आम की आवक सामान्यत: अप्रेल के अंतिम सप्ताह में शुरू होती है। मई से जुलाई तक भरपूर मात्रा में आता है। परन्तु इस बार मई का भी एक सप्ताह बीत चुका है। फिर भी लंगड़ा आम लोगों के मुंह तक नहीं पहुंच पाया है। व्यापारियों को उम्मीद है कि इस माह के दूसरे पखवाड़े तक फलों के राजा की दस्तक शुरू हो जाएगी, जो जुलाई के अंतिम सप्ताह तक रहेगी।

बीकानेर के लोग लंगड़ा आम का स्वाद ही अधिक पसंद करते हैं। इस वजह से इसकी खपत भी अधिक होती है। एक अनुमान के मुताबिक बीकानेर में प्रतिदिन पचास टन से अधिक लंगड़ा आम की खपत होती है। फलों के व्यापारी जगदीश ने बताया कि अभी बीकानेर की मंडी में हैदराबाद से सफेदा आम की आपूर्ति हो रही है। इस फसल की 2-3 गाडियां आ रही है। एक गाड़ी में कबीब 18 टन माल होता है। इसके भाव भी इस समय 80 से 100 रुपए प्रति किलोग्राम है।

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