बीकानेर,तत्कालीन एसपी प्रीति चंद्रा के भाई के जमीन विवाद के मामले में रेंज के आईजी प्रफुल्ल कुमार ने पुलिस महानिदेशक से मार्ग दर्शन मांगा है। जमीन विवाद में मामले में परिवादी पर दबाव बनाने के आरोपों को लेकर हाईकोर्ट से जारी नोटिस पर तत्कालीन एसपी प्रीति चंद्रा ने जवाब पेश कर दिया है। आईजी ने जवाब पुलिस महानिदेशक को भेज कर मार्ग दर्शन मांगा है। यह जवाब हाईकोर्ट में पेश किया जाना है। गौरतलब है कि श्रीगंगानगर रोड पर ग्लोबल एजुकेशन वेलफेयर सोसयटी को लेकर प्रीति चंद्रा के भाई कमलेश चंद्रा और उनके पार्टनर निर्मल कामरा के बीच विवाद चल रहा है। पुलिस में मुकदमे दर्ज होने के बाद कामरा ने 29 अप्रैल को आईजी से एसपी की शिकायत की थी। जब उस पर कार्रवाई नहीं हुई तो कामरा और उसकी पत्नी ने अगस्त में जोधपुर हाई कोर्ट के वकील से नोटिस भिजवा दिया।
नोटिस में एसपी पर आरोप लगाया कि अपने भाई को जमीन दिलाने के लिए वह परिवादी पर दबाव बना रही है। यह नोटिस चीफ सेक्रेटरी, गृह विभाग के सचिव पुलिस महानिदेशक और आईजी बीकानेर रेंज को
एसीबी ने शुरू की जांच
तत्कालीन एसपी प्रीति चंद्रा के भाई की जमीन के विवाद को लेकर दर्ज भ्रष्टाचार के मुकदमे की जांच एसीबी ने शुरू कर दी है। बयान के लिए परिवादी, आरोपी सहित संबंधित लोगों को जयपुर तलब करने की तैयारी की जा रही है। जांच अधिकारी एसीबी के डीवाईएसपी संजय कुमार रोयल ने बताया कि सभी संबंधितों को नोटिस जा रहे हैं। परिवादी निर्मल कामरा ने जेएनवी कॉलोनी थाने में तत्कालीन एसएचओ अरविंद भारद्वाज और मध्यस्थता की भूमिका निभाने वाले सुखदेव, विनोद और भूपेंद्र पर आरोप लगाया था कि चारों जने दबाव डालकर सोसायटी से इस्तीफे पर साइन कराना चाहते हैं। भ्रष्टाचार की रिकॉर्डिंग में कामरा पर दर्ज मुकदमों में एफआर लगाने के बदले इस्तीफे पर साइन करने की डील का वार्तालाप है।
भेजकर दो सप्ताह में जवाब मांगा था। इस पर आईजी ने एसपी से बिंदूवार टिप्पणी मांगी थी, लेकिन आईजी के पास जवाब पहुंचने से पहले ही इस प्रकरण में एसीबी ने जेएनवी कॉलोनी थाने में तत्कालीन एसएचओ और तीन दलालों के विरुद्ध भ्रष्टाचार के केस दर्ज कर लिया। राज्य सरकार ने इसे गंभीरता से लेते हुए प्रीति चंद्रा का ट्रांसफर जयपुर कर दिया।